सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में कोरोना विकराल रूप लेता जा रहा है. लोग अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं.उन्हें कहीं बेड नहीं मिल पा रहा.लेकिन सच्चाई ये है कि कई आइसोलेशन सेंटर में बेड खाली हैं और उसके बारे में लोगों को पता ही नहीं है सरकार द्वारा बनाए गए इन आइसोलेशन सेंटर्स की जानकारी जनता को नहीं होने की वजह से लोग बीमार होने पर सरकारी और निजी हॉस्पिटल की दौड़ लगा रहे हैं.
अधिकतर निजी अस्पतालों ने ‘जगह नहीं’ का बोर्ड लगा दिया है. मरीजों को एडमिट नहीं किया जा रहा. इस तरह से बड़ी संख्या में मरीज बिना इलाज मर रहे हैं. राजधानी पटना की स्थिति तो और भी खराब है. अगर मरीज अस्पताल में भर्ती हो भी गया तो ऑक्सीजन और आवश्यक दवाएं नहीं मिल रहीं.कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए सरकार ने आइसोलेशन सेंटर बनाएं हैं, जहां लोग जाकर स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं. लेकिन ज्यादार लोगों को यह जानकारी नहीं है कि बिहार के हर जिले में आइसोलेशन सेंटर भी है और वहां के अधिकांश बेड खाली हैं.
पटना में भी कई आइसोलेशन सेंटर हैं, जहां दर्जनों बेड खाली हैं. सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि सभी आइसोलेशन सेंटर में ऑक्सीजन और दवाएं भी उपलब्ध हैं. वहां 24 घंटे डॉक्टर और नर्स भी मौजूद होते हैं. पटना शहर में 5 आइसोलेशन सेंटर हैं. होटल पाटलिपुत्रा अशोक, कंगन घाट स्थित आइसोलेशन सेंटर, सगुना मोड़ स्थिति आइसोलेशन सेंटर, राजेंद्र नगर आई हॉस्पिटल आइसोलेशन सेंटर और एसडीएस मसौढ़ी आइसोलेशन सेंटर.यहाँ आप जाकर एडमिट हो सकते हैं.यहाँ समुचित ईलाज के साथ खाने पीने की व्यवस्था भी है.
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