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भाजपा MLC राजन कुमार पर हमले के तार जुड़े हैं नक्सलियों के नोट्बंदी से,बदलने के लिए दिए थे 5 करोड़

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भाजपा MLC राजन कुमार पर हमले के तार जुड़े हैं नक्सलियों के नोट्बंदी से,बदलने के लिए दिए थे करोड़

सिटी पोस्ट लाईव- औरंगाबाद जिले के देव थाना स्थित सुदी बीघा में शनिवार को किये गये नक्सली हमले प्रकरण में नया मोड़ आ गया है. इस हत्या मामले के तार नोट्बंदी से जुड़े हैं. यह खुलासा खुद नक्सलियों के द्वारा फेंके गये पर्चे से हुआ है. इस पर्चे में यह आरोप लगाया गया है कि बीजेपी एमएलसी ने नोट्बंदी के दौरान पांच करोड़ रूपये हड़प लिए थें. आपको बताते चलें कि शनिवार को नक्सलियों ने हमला कर बीजेपी एमएलसी राजन सिंह के चाचा की हत्या कर दी थी. साथ ही नक्सलियों ने पर्चा भी फेंका था. इस पर्चे में ही इस घटना के पीछे की जानकारी लिखी हुई थी.

पुलिस के मुताबिक घटना स्थल पर नक्सली एक पर्चा छोड़कर गए थे, जिसमें लिखा था कि नोटबंदी के दौरान बिहार विधान परिषद में भाजपा के सदस्य राजन कुमार सिंह को पांच करोड़ रुपए बदलने के लिए दिए थे. सिंह ने वह रुपए अभी तक नहीं लौटाए. इसके अलावा पर्चे में लिखा था कि लेवी के रूप में अलग से 2 करोड़ रुपए की वसूली हुई थी, जो सिंह के पास ही थे, वो पैसे भी नहीं लौटाए. नक्सलियों के पर्चे में कहा गया है, कि नोटबंदी के दौरान एमएलसी ने भाकपा (माओवादी) से पांच करोड़ रुपए बदलने के लिए लिये थे, जो अबतक नहीं लौटाए गये हैं. इसके अलावा लेवी के रूप में दो करोड़ रुपए एमएलसी ने नहीं दिए हैं. इसके अलावा कई अन्य आरोप भी लगाए गए हैं. वहीं, एमएलसी राजन कुमार सिंह ने नक्सलियों के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा है कि -“नक्सली मेरे नाम का दुष्प्रचार कर रहे हैं. किसी भी तरह की कोई लेनदेन नहीं हुई है.”

इस घटना के बारे में आपको बता दें कि शनिवार को औरंगाबाद जिले के देव थाना अंतर्गत सुदी बीघा में बीजेपी एमएलसी राजन सिह के घर पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में राजन सिंह के चाचा की मौत हो गई थी. इसके साथ ही नक्सलियों ने छः गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था. तथा सौ राउंड गोलियां भी चलाई थी. एक सामुदायिक भवन को भी उड़ा दिया था. इस घटना के बाद औरंगाबाद के पूर्व विधायक एवं सरकार में पूर्व मंत्री रहें रामाधार सिंह ने जिले के एसपी डॉक्टर सत्यप्रकाश पर तथा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. एमएलसी का साफ़ कहना है कि -“भले ही उनकी पार्टी की सरकार है लेकिन सरकार पुरी तरह से प्रशासनिक मामले में नाकाम हो गई है.

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