आशुतोष का बयान-‘नोटा के सोटा का असर है गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण
सिटी पोस्ट लाइवः केन्द्र सरकार द्वारा गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण दिये जाने के फैसले का भूमिहार-ब्राहमण एकता मंच ने स्वागत किया है लेकिन आरक्षण का जो कोटा सरकार ने तय किया है उसे नाकाफी बताया है। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्युष से बातचीत करते हुए भूमिहार-ब्राहमण एकता मंच के अध्यक्ष आशुतोष ने कहा कि हम इस फैसले के लिए केन्द्र सरकार को धन्यवाद देते हैं क्योंकि अब तक राजनीति में सवर्णो को अछूत हीं समझा जाता रहा है लेकिन कम से अब राजनीति में सवर्णो की बात तो होने लगी। आशुतोष ने कहा कि लेकिन 10 फीसदी आरक्षण नाकाफी है हमें 25 फीसदी आरक्षण की उम्मीद थी और सरकार का फैसला हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। यह फैसला चुनावी साल में केन्द्र सरकार की मास्टर स्ट्रोक खेलने की कोशिश दिखायी देती है। आशुतोष ने कहा कि आरक्षण को लेकर हमारी लड़ाई और तेज होगी। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जब नोटा का सोंटा चला तो केन्द्र सरकार को आरक्षण का कोटा याद आया है। चाहे वो बीजेपी हो या कांग्रेस हो सभी पार्टियों की एक हीं इच्छा रही है कि देश के लोग भीख मांगे।
रोजगार सृजन नहीं होना केन्द्र सरकार की बड़ी कामयाबी है। एससी-एसटी एक्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आशुतोष ने कहा कि इस एक्ट का ज्यादातर दुरूपयोग हीं होता है और बिहार में भी ऐसे कई मामले सामने आये हैं।आशुतोष ने कहा कि 25 फीसदी आरक्षण गरीब सवर्णो की जरूरत है जिसे पूरा किया जाना चाहिए था लेकिन केन्द्र सरकार ने अपेक्षा से बहुत कम 10 फीसदी आरक्षण देकर एक तरह से राजनीतिक लाभ के लिए मास्टर स्ट्रोक की कोशिश की है। इसलिए आरक्षण को लेकर हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
Comments are closed.