आशा कर्मियों ने की हड़ताल समाप्त ,अब मिलेगा 1000 रूपये का उन्हें मानदेय
सिटी पोस्ट लाइव- आखिर आशा कार्यकर्ताओं का हड़ताल रंग लाया. आज आशा कार्यकर्ताओं ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से वार्ता के बाद हड़ताल ख़त्म कर दिया है.आपको बता दें कि आशा कार्यकर्ता अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 38 दिंनों से हड़ताल पर थें. इस हड़ताल का बिहार के स्वास्थ्य सेवाओं पर बहुत बुरा असर देखने को मिल रहा था. बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई थी. वार्ता के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने आशा कार्यकताओं को 1000 रुपये प्रोत्साहन राशि के रुप में देने का निर्णय लिया है. आशा कार्यकर्ता लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं थी.
कई सालों से मानदेय की मांग कर रहीं आशा कर्मी इसबार किसी भी सूरत में बैकफुट पर जाने को तैयार नहीं थी. कर्मियों के आक्रोश की वजह से जहां अस्पतालों की सुविधाएं ठप हो चुकी थी तो वहीं डिलिवरी पेसेंट को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा था. आशा कार्यकर्ता संघ की माने तो करीब 90 हजार आशा कर्मी राज्य और केंद्र सरकार से हर तरह से लड़ाई लड़ने के लिए हड़ताल पर अड़ी थीं.
गौरतलब है कि इन आशा कर्मियों की मांग थी कि सरकार उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दे. इसके साथ ही उन्हें 18000 हजार रूपये मानदेय के रूप में दे. आपको बताते चलें कि इन आशा कर्मियों को सरकार की तरफ से कुछ भी मानदेय नहीं मिलता है .ये सभी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य से सम्बंधित कार्य करती हैं .इस हड़ताल के ख़त्म होने से एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के पटरी पर लौटने की उम्मीद है.
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