सिटी पोस्ट लाइव : जस्टिस अमरेश्वर प्रताप शाही ने पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ले ली है. आज राजभवन में गवर्नगर लालजी टंडन ने पद की शपथ दिलाई. इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ – साथ कई राज्य सरकार के कई मंत्री शामिल हुए.बता दें कि एपी शाही पटना हाईकोर्ट के 42वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं.
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति अमरेश्वर प्रताप शाही पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त कर दिये गये हैं. केंद्रीय विधि मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी. सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने जस्टिस के रूप में अमरेश्वर प्रताप शाही के नाम पर मुहर लगाईं थी. उनके नाम की अनुशंसा पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद के लिए केंद्र सरकार को भेजा था. पटना हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मुकेश आर शाह को सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त करने के लिए कॉलेजियम ने अपनी अनुशंसा केंद्र सरकार को भेजी है.वरिष्ठ न्यायमूर्ति अमरेश्वर प्रताप शाही ने 1985 में विधि स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में सिविल और संवैधानिक मामलों की वकालत शुरू की थी. वह 24 सितंबर, 2004 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के अपर न्यायाधीश और 18 अगस्त, 2005 को स्थायी जज बने.
गौरतलब है जस्टिस अमरेश्वर प्रताप शाही उत्तर प्रदेश में बहुत बड़े फैसले ले चुके हैं. बूचड़खानों को बंद करने के मामले में दिये उन्होंने अपने फैसले में कहा था कि सरकार बूचड़खाने को बंद करके किसी को खाने के मूल अधिकार से वंचित नहीं कर सकती.खाने का अधिकार में अपनी पसंद का खाना शामिल है, जिसमें मांस खाने का भी अधिकार है. साथ ही सरकारी वकीलों की नियुक्ति में महाधिवक्ता के अधिकार स्पष्ट हुए उन्होंने सरकार को वकीलों की नियुक्ति की समीक्षा करने पर मजबूर कर दिया था.उनके आने से पटना उच्च न्यायालय की कार्य प्रणाली में महत्वपूण बदलाव की उम्मीद न्यायपालिका जगत के लोग कर रहे हैं.
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