सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है.बिहार सरकार ने कोरोना को देखते हुए कक्षा पांच एवं आठ में सभी छात्रों को बिना परीक्षा के सभी छात्रों को अगली कक्षा के लिए प्रोन्नत किये जाने का फैसला लिया है. शिक्षा विभाग द्वारा जारी संकल्प में कहा गया है कि बिहार के बच्चों की मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा नियमावली 2019 का नियम 10 क कक्षा पांच एवं आठ के लिए वार्षिक परीक्षा का आयोजन से संबंधित है .उक्त परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को पांचवी कक्षा अथवा आठवीं कक्षा में रोका जा सकता है. कोरोना संक्रमण के कारण सभी विद्यालय 13 मार्च 2020 से बंद कर दिए गए थे. 8 फरवरी 2021 से कक्षा 6 से 8 तक एवं 1 मार्च 2021 से एक से पांच तक के विद्यालय का संचालन शर्तों के साथ प्रारंभ किया गया. शैक्षिक सत्र 2020 21 में उक्त कक्षाओं का संचालन नहीं हो सका. इस कारण छात्र-छात्राओं को कक्षा पांच एवं आठ के लिए वार्षिक परीक्षा का आयोजन करने में कठिनाई हो रही .लिहाजा नियमावली को शिथिल किया जाता है.
छात्र छात्राओं के लिए अप्रैल माह से जून 2021 तक वर्तमान कक्षा से संबंधित पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के लिये कैचअप कोर्स का संचालन की कार्य योजना है. कक्षा एक से चार तथा 6 से 8 तक में सत्र के अंत में मूल्यांकन किया जाता है और वर्ग प्रोन्नति हेतु वार्षिक परीक्षा में उतीर्णता की अनिवार्यता नहीं है.. नियमों को शिथिल करने से कक्षा पांच एवं आठ के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा के अगले वर्ग में प्रोन्नत किया जा सकेगा.शिक्षा विभाग के इस फैसले से छात्रों को बड़ी राहत मिली है.लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्याया निजी स्कूलों में भी यहीं नियम लागू होगा.
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