नीतीश के काम के बखान के लिए तैयार हुआ एलबम, आल्हा-उदल की तरह वीरता का बखान

City Post Live - Desk

नीतीश के काम के बखान के लिए तैयार हुआ एलबम, आल्हा-उदल की तरह वीरता का बखान

सिटी पोस्ट लाइवः 2020 चुनावी साल है। इसी साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। बदले हुए दौर की सियासत सिर्फ समीकरणों पर निर्भर नहीं है बल्कि नारे और गानों की भूमिका भी हर चुनाव में महत्वपूर्ण हो गयी है। जेडीयू की ओर से इसकी तैयारी पहले से शुरू कर दी गयी है। जेडीयू ने पहले कई नारे गढ़े है और अब आल्हा उदल की तर्ज पर एलबम तैयार किया गया है जिसमें नीतीश कुमार के काम और उनकी वीरता का बखान होगा। जानकारी के मुताबिक जेडीयू ने लोकगीत की तर्ज पर सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल का ‘बखान’ करने का फैसला किया है. पार्टी ने आल्हा-उदलकी वीर रस की कविता के आधार पर बिहार के लोगों को ‘सुशासन की कहानी’ सुनाने का फैसला किया है.

शायद ये पहला मौका है जब किसी नेता के लिए आल्हा-उदल के गीतों की तर्ज पर आल्हा बन रहा है.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर स्थानीय संगीतकारों की टोली ने आल्हा की तर्ज पर गाना बनाया है. इस गाने की खासियत ये है कि इसमें नीतीश कुमार की वीरता के बखान की जगह, उनके विकास कार्यों का हवाला दिया गया है. गाना बनाने वाले संगीतकार की टोली ने तय किया है कि आल्हा की तर्ज पर बना गाना वे जेडीयू को सौंपेंगे, ताकि गाने के जरिए नीतीश के विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाया जा सके. इस गाने को चुनाव में लोगों के बीच बंटवाने की तैयारी भी है. दरअसल, सोनी कला केंद्र के संगीतकारों की टीम नीतीश कुमार के विकास कार्यों को गाने के जरिए आल्हा-उदल के गीतों की तर्ज पर ढाला है.

इसको लेकर एक एल्बम तैयार किया जा रहा है, जिसमें वीर रस की कविता के जरिए सीएम नीतीश के विकास कार्यों को सुरीले तानों में पिरोया गया है. गाना बनाने वाली टीम के मुखिया हैं धीरज सोनी. इस एल्बम में नीतीश कुमार के 15 सालों के कार्यों का उल्लेख किया गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि सीएम नीतीश कुमार कैसे बिहार को विकास की राह पर लेकर आए.

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