मुजफ्फरपुर और पटना आसरा गृह के बाद अब पूर्णिया बालिका गृह में बच्चियों के साथ रेप
सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर बालिका गृह और पटना शेल्टर होम का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि अब इस कुकर्मों की लिस्ट में और नाम शामिल हो गया है. मामला पूर्णिया के शेल्टर हाेम का है जिसका खुलासा सहरसा की एक पीडि़त नाबालिग लड़की ने किया है. इस बालिका गृह में रहने वाली दो बहनों ने बालिका गृह की अधीक्षिका और सहरसा के तत्कालीन बाल संरक्षण पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी पर यौन शोषण करने और करवाने का आरोप लगाया है.
सूत्रों के अनुसार गुरूवार को सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव से मिलकर नाबालिग ने आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि -“वहां रहने वाली लड़कियों के साथ भी गलत हो रहा है. “सांसद ने मुजफ्फरपुर की तरह पूर्णिया बालिका गृह की जांच भी सीबीआइ से कराने की मांग की है. पप्पू यादव ने कहा है कि यदि मामले की सीबीआइ जांच नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे. बता दें दोनो बहनें कोसी त्रासदी में अनाथ हो गईं थीं. सांसद को दिए गए आवेदन में पीडि़ता ने बताया कि- “2008 की कुसहा त्रासदी के दौरान उसके माता-पिता बाढ़ में बह गए थे. जिसके बाद वह दादी के साथ रह रही थी. इसके बाद वह सहरसा के आकांक्षा गृह में रहने लगी. 2017 में वहां से उसे और आठ अन्य लड़कियों को पूर्णिया शेेल्टर हाउस भेज दिया गया. यहां उसे यातना दी जाती थी. पीडि़ता ने आरोप लगाया कि पूर्णिया शेल्टर हाउस में उसके साथ दुराचार किया जाता था. इस काम में दो अधिकारी भी शामिल थे.” अब इन बच्चियों ने पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है.
इस मामले में पूर्णिया बाल संरक्षण आयोग के सहायक निदेशक अमितेष मिश्रा का कहना है कि उन्हें ऐसी किसी घटना की कोई जानकारी नहीं हैं. अगर मामला सामने आता है तो इसकी जांच कराकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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