जमानत मिलने के बाद थाने से छूटे उपेन्द्र कुशवाहा, गिरफ्तारी देने गये थे कोतवाली थाना
सिटी पोस्ट लाइवः शिक्षा सुधार जन आक्रोश मार्च के दौरान झड़प को लेकर ढाई सौ से ज्यादा रालोसपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर कोतवाली थाने में गिरफ्तारी देने पहुंचे रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा थाने से रिहा हो गये हैं, निजी मुचकले पर जमानत मिलने के बाद उन्हें थाने से रिहा कर दिया गया है। मामला 2 फरवरी से शुरू हुआ जब राजभवन मार्च के दौरान डाक बंगला चैराहे पर पुलिस और आरएलएसपी समर्थकों में भिड़ंत हुई थी। राजभवन मार्च के दौरान डाक बंगला चैराहे पर पुलिस और आरएलएसपी समर्थकों में झड़प हुई थी, जिसमें पुलिस को लाठी चलानी पड़ी थी। लाठीचार्ज में उपेंद्र कुशवाहा सहित कई आरएलएसपी के कार्यकर्ता और पुलिसकर्मियों को चोट आई थी।
उस मामले में पुलिस ने उपेंद्र कुशवाहा को नामजद अभियुक्त बनाया था। साथ ही ढाई सौ अज्ञात कार्यकर्ताओं पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाना में मामला दर्ज किया गया था।उपेंद्र कुशवाहा ने 6 फरवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सीधे सीएम नीतीश पर आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी हत्या कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि कुमार ने जब उन्हें राजनीतिक तौर पर नहीं हटा सके तो अब हमारी जान लेना चाहते हैं।सरकार के इशारे पर पहले पुलिस से पिटवाया गया उसके बाद उल्टे उन्ही लोगो पर केस भी किया गया।
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