तेजप्रताप के खिलाफ अनुशासन समिति में पहुँच चूका है मामला, हो सकती है बड़ी कारवाई
सिटी पोस्ट लाइव : क्यों लोक सभा चुनाव के बाद एक महीने तक राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहे तेजस्वी यादव? किस बात को लेकर हैं नाराज, अब धीरे धीरे जबाब मिलने लगा है.अब आरजेडी के ज्यादातर वरीय नेताओं ने ये बोलना शुरू कर दिया है कि आरजेडी के नेता तेजप्रताप यादव नहीं बल्कि तेजस्वी यादव हैं. पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में तेजस्वी ने अपने खिलाफ परिवार और पार्टी में की जा रही शाजिष और अफवाहों पर हमला करते हुए कहा कि पीठ पीछे कौन क्या कर रहा है, उन्हें सबकुछ पता है. समय आने पर सबको जबाब मिलेगा. पार्टी सूत्रों के अनुसार तेजस्वी यादव को आशंका है कि उनके इस्तीफे की अफवाह घर के ही लोगों ने उड़ाया.गौरतलब है कि इस अफवाह के दुसरे दिन ही तेजस्वी यादव सदन में पहुँच गए थे और उनके करीबी आरजेडी नेता भाई बिरेन्द्र ने साफ़ कर दिया था कि तेजस्वी के इस्तीफा देने की खबर में दम नहीं है.
पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में ही आरजेडी के तमाम वरीय नेताओं ने ये साफ़ कर दिया था कि पार्टी के सर्वमान्य और एकमात्र नेता तेजस्वी यादव ही हैं.पार्टी के राष्ट्रिय के प्रदेश अध्यक्ष विधान सभा में ये साफ़ करते नजर आये कि तेजप्रताप फैक्टर पार्टी के लिए कोई अहमियत नहीं रखता. पार्टी लालू यादव के निर्देश पर राबडी देबी की देखरेख में और तेजस्वी यादव के नेत्रित्व में काम कर रही है और करती रहेगी. भाई बिरेन्द्र ने तो यहाँ तक कह दिया कि आरजेडी के एकमात्र सर एकमात्र नेता तेजस्वी यादव हैं और अगर कोई दूसरा व्यक्ति अपने को नेता समझाता है तो यह उसकी भूल है ,जनता तो केवल तेजस्वी को अपना नेता मानती है. जाहिर है भाई बिरेन्द्र का ईशारा तेजप्रताप यादव की तरफ था. भाई बिरेन्द्र ने तो यहाँ तक कह दिया कि तेजप्रताप यादव का मामला अनुशासशन समिति के सामने जा चूका है और फैसला बहुत जल्द आएगा.
भाई बिरेन्द्र ने तेजप्रताप यादव के खिलाफ अनुशासन समिति में मामला जाने की बात कर ये साफ़ कर दिया है कि बहुत जल्द तेजप्रताप यादव के खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति कारवाई कर सकती है.बस इंतज़ार है तेजप्रताप की एक और गलती की. जैसे ही वो पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल नजर आयेगें, अनुशासन समिति का फैसला भी आ जाएगा.
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