सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में कोरोना (Bihar Corona Cases) के संक्रमण से ज्यादा डर संक्रमण हो जाने के बाद ईलाज की व्यवस्था को लेकर है.कोरोना से हालत गंभीर हो जाने पर कहाँ ईलाज कराएं, लोगों की समझ में नहीं आ रहा है.ईलाज के अभाव में कोरोना से होनेवाली मौतों के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है. पिछले 24 घन्टे सबसे ज्यादा 85 मरीजों की कोरोना ने जान ले ली है. सबसे ज्यादा मरीजों की मौत एनएमसीएच (NMCH, Patna) में हुई है जहां इलाज के दौरान 21 मरीजों की जान चली गयी. पीएमसीएच (PMCH) में भी एक दिन में 13 मरीजों की मौत हो गई है.पटना एम्स में 6 मरीजों की जान गई है. पटना जिले में ही एक दिन में 40 मरीज मौत के घाट उतर गए हैं.
मंगलवार को राज्य भर में फिर से 12 हजार 604 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 94 हजार 275 तक पहुंच गई है.अस्पतालों में एक बेड तक खाली नहीं है. पटना में कुल 1837 नए मरीज मिले हैं जबकि भागलपुर में 654, बेगूसराय में 611, औरंगाबाद में 622, गया में 769, मुजफ्फरपुर में 458, नालन्दा में 400, नवादा 313, वेस्ट चंपारण 639, वैशाली में 343 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बाद रिकवरी रेट में तेजी से गिरावट आ रही है. रिकवरी रेट घटकर 77.43 तक पहुंच गया है. राज्य में 24 घण्टों में 7904 मरीजों ने कोरोना को मात दी है, हालाकि स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है और मरीजों को अब अस्पताल में एडमिट तक नहीं लिया जा रहा है. पीएमसीएच के डॉक्टरों के अनुसार संक्रमण का पता कई मरीजों में नहीं चल पा रहा है. सैम्पल जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी वो कोरोना के मरीज निकल रहे हैं जो कि चिंता का विषय है. उन्होंने कहा है कि अगर अब लोग सावधानी बरतेंगे और शुरुआती दौर में ही इलाज शुरू करेंगे यो कोविड से जान बच सकती है.
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