अब तक 50 हजार से अधिक लोग पहुंचे बिहार, सरकार बसों में भरकर सभी को भेंजा घर.
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने लॉक डाउन का आदेश दिया.लॉकडाउन के आदेश के बाद परदेस में रह रहे बिहारी मजदूरों के सामने बड़ी संकट उत्पन्न हो गई.बिहार के हजारो लोग पैदल हीं दिल्ली एवं अन्य जगहों से घऱ के लिए रवाना हो गए.बिहार सरकार ने अपने स्तर से परदेस में रह रहे लोगों को मदद पहुंचाने की कोशिश की लेकिन सारा प्रयास फेल रहा. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब तक पचास हजार लोग बिहार आ चुके हैं।बार्डर पर सभी की जांच की जा रही है उसके बाद उन्हें जिलों में भेजा जा रहा है.उन्होंने बताया कि यह संख्या अभी और बढ़ेगी.
हजारों हजार की तादाद में बिहारियों के लौटने की वजह से स्थिति विकट हो गई है.सरकार के सामने मुश्किल हो गई कि आखिर स्थिति को कैसे काबू में किया जाए.बिहार सरकार ने निर्णय लिया कि परदेस से आने वालों को बार्डर पर जांच के बाद राहत केंद्र में रखा जाए.लेकिन वह भी संभव होते नहीं दिखा.इसके बाद 29 मार्च को बिहार सरकार ने परदेस से आने वाले लोगों को बस-ट्रक से उके जिलों में भेजने का निर्णय लिया.चौबीस घंटे में करीब पचास हजार से अधिक लोग दूसरे राज्यों से बिहार आ चुके हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के हरसंभव प्रयास और बिहार के बाहर से आ रहे लोगों की परेशानी को लेकर हाईलेवल मीटिंग की.उन्होंने लोगों को हो रही परेशानी और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं को सही से मुहैया कराने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1, अणे मार्ग में उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में उन्होने बिहार के जो लोग बाहर फंसे हुये हैं उन्हें होने वाली समस्याओं का जायजा लिया.मुख्यमंत्री आवास के दूरभाष, स्थानिक आयुक्त के हेल्पलाइन नंबर तथा आपदा प्रबंधन विभाग के हेल्पलाइन नम्बर पर फंसे हुये लोगों से प्राप्त सूचनाओं के संबंध में गहन समीक्षा करने के बाद राहत बचाव कार्य को लेकर विशेष निर्देश दिए.
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