सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: योगी आदित्यनाथ के कामकाज का डंका उत्तर प्रदेश में ही नहीं देश के अन्य राज्यों और दुनिया भर में भी बज रहा है। योगी के कार्यों से प्रभावित होकर महाराष्ट्र में रह रहे उत्तर भारतीयों की एक बड़ी फौज 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर उत्तर प्रदेश में योगी को मुख्यमंत्री बनाना चाह रही है। विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले करीब 50 हजार लोग महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में आकर योगी के लिए प्रचार करेंगे। महाराष्ट्र बीजेपी के उत्तर भारतीय संगठन की प्रभारी श्वेता के नेतृत्व में पिछले दिनों एक दल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलाकात की है।
माफियाओं पर चले योगी के बुल्डोजर ने खींचा ध्यान
श्वेता कहती हैं कि उत्तर प्रदेश को पहले भी मैंने देखा है। उद्योग जगत के लोग यहां आने से घबराते थे। आज की स्थिति दूसरी है। अब यहां आने में किसी को गुरेज नहीं। उद्यमी यूपी को प्राथमिकता में रख रहे हैं। जनता को यह समझ आ गया है कि अगर उत्तर प्रदेश में माफिया राज को समाप्त करना है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर सत्ता में लाना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही माफियाओं के अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला सकते हैं। हम लोग महाराष्ट्र में रहते हुए अब इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमारे रिश्तेदार, हमारा परिवार उत्तर प्रदेश में सुरक्षित है।
उत्तर प्रदेश की तेजी से बदल रही तस्वीर
मालूम हो कि महाराष्ट्र में करीब डेढ़ करोड़ उत्तर भारतीय रहते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सबसे ज्यादा लोग हैं। उनमें भी खासकर पूर्वांचल के लोग की संख्या बहुतायत है। भाजपा इन उत्तर भारतीयों को एक सूत्र में पिरोने के लिए उत्तर भारतीय नाम से संगठन चलाती है। इसी संगठन की प्रभारी श्वेता हैं। श्वेता कहती हैं की अब ऐसा नहीं है कि उत्तर प्रदेश से केवल मजदूर वर्ग ही महाराष्ट्र में है। महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश और बिहार के बड़ी संख्या में प्रतिभावान लोग सीईओ, बड़े-बड़े बैंकों में काम करने वाले अधिकारी, ब्यूरोक्रेट्स, आईटी से लेकर अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर काम कर रहे हैं। हम वहां हर क्षेत्र में दिखाई दे रहे हैं। वह महाराष्ट्र को आगे बढ़ने में अपना योगदान दे रहे हैं। वह सारे लोग उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर को देखते हुए खुश हैं। हम सब को अच्छा लगता है कि हमारा गृह राज्य तरक्की कर रहा है। कानून व्यवस्था का राज कायम है। इसलिए हम लोग यह चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार आये और योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनें।
संभावनाओं की तलाश में यूपी छोड़ महाराष्ट्र पहुंचे थे
श्वेता कहती हैं कि उत्तर प्रदेश में संभावनाएं कम थीं। रोजगार नहीं था। इसीलिए उत्तर भारतीयों को महाराष्ट्र जाकर काम करना पड़ा। अगर हमारे गृह राज्य और स्थानीय स्तर पर नौकरी मिलती, हम रोजगार कर सकते, तो बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। योगी आदित्यनाथ सरकार में वह सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि रोजगार देने की बात हो, स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने की बात हो या फिर कानून व्यवस्था कायम करने की बात हो, हर क्षेत्र में योगी सरकार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यह हम लोग ही नहीं कह रहे हैं। तमाम देश और दुनिया की संस्थाओं ने भी योगी सरकार के कामकाज की सराहना की है। उत्तर प्रदेश में और भी समृद्धि आए, प्रदेश का और नाम रोशन हो। इसलिए हम लोग आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी के पक्ष में प्रचार करने के लिए आएंगे। उससे पहले अपने लोगों के बीच पहुंचेंगे।
उप्र विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र से आएंगे 50 हजार लोग
यूपी में कितने लोगों की टीम योगी के समर्थन में उतरने के सवाल पर श्वेता ने बताया कि हमने एक गूगल फार्म तैयार किया है। उस फार्म को उत्तर भारतीयों के बीच में उपलब्ध कराया जा रहा है। वह लोग उसको ऑनलाइन भर रहे हैं। फार्म में यूपी के किस जिले, ब्लॉक और गांव के रहने वाले हैं। वह अपने जिले के लिए क्या करना चाहते हैं या फिर क्या होना चाहिए? महाराष्ट्र में कौन सा काम कर रहे हैं। जैसी जानकारी जुटा रहे हैं। हमारी तैयारी है कि महाराष्ट्र में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले 50 हजार उत्तर भारतीय एक मंच पर आएं। मुझे पूरा भरोसा है कि वह 50 हजार लोग आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश पहुंचेंगे। वह भी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी आदित्यनाथ की सरकार बने। इस संबंध में हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल से मुलाकात की है। सभी जिम्मेदार लोगों ने इसे बहुत ही सकारात्मक दृष्टि से लिया है। इसी के साथ हम आगे रणनीति बनाकर काम करेंगे।
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