रांची: हर किसी को सुंदर आशियाना का सपना होता है। कुछ लोग किसी तरह से आशियाना बना लेते हैं तो कुछ लोग मकान खड़ा करने में जिंदगी गुजार देते हैं। फिर भी सपना पूरा नहीं होता। प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई, शहरी) इस सपने को नया पंख लगाने में अपनी महती भूमिका निभा रहा है।
सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के प्रचार-प्रसार और जागरूकता के लिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण पहल की गई। दरअसल, विश्व के सबसे बड़े किफ़ायती आवास मिशनों में से एक (पीएमएवाई, शहरी) ने अनूठी पहल करते हुए “खुशियों का आशियाना” नामक लघु प्रतियोगिता 2022 का आयोजन किया गया, जिसमें (पीएमएवाई, शहरी) के निर्माण के बाद इसके लाभुकों के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ उनकी जीवन शैली एवं आत्मविश्वास में बदलाव को लेकर तथा संबन्धित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया।
आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के द्वारा इसकी घोषणा 25 जून की सातवीं वर्षगांठ के अवसर पर की गई, जिसका परिणाम 26 जून को घोषित कर दिया गया। राष्ट्रीय स्तर पर घोषित कुल 34 पुरस्कारों में से झारखंड के सात प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट फिल्म निर्माण के लिए द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया, जो बड़े गर्व की बात है। प्रतिभागियों में द्वितीय पुरस्कार में लक्ष्मण गोप, सिमडेगा, कुमार संसार, रामगढ़ और नमो विजन, रामगढ़ शामिल हैं।
तृतीय पुरस्कार आशीष कुमार तिवारी, मानगो, आयुष गुप्ता, चक्रधरपुर, सामेल कोंगाड़ी, सिमडेगा, रुद्रा एंटरटेनमेंट, रामगढ़ शामिल हैं। इस प्रतियोगिता को चुनौती और कंपटीशन मोड में लागू किया गया था और यह पहल भारत सरकार के 75 वर्षों के प्रगतिशील भारत और लोगों की संस्कृति और उपलब्धि के गौरवशाली इतिहास को मानने के लिए जारी कार्यक्रम “आजादी का अमृत महोत्सव” के हिस्से के रूप में प्रस्तावित अन्य कार्यक्रमों में से एक है। इसके लिए एक एसओपी पहले ही जारी की जा चुकी थी।
राज्य व देश स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता को “खुशियों का आशियाना” नाम दिया गया है। इस फिल्म की अवधि सिर्फ तीन मिनट निर्धारित थी। इस प्रतियोगिता के विजेता को प्रथम पुरस्कार के रूप में 25,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 20,000 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार के रुप में 12,500 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
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