सोमनाथ .
सिटीपोस्टलाईव: बहुत जल्द ही पाटलिपुत्र दीघा ईलाके की किस्मत बदलनेवाली है.इस ईलाके के लोगों के लिए परेशानी का सबसे बड़ा सबब आर-ब्लाक दीघा रेल लाईन है जिसकी शुरुवात ग्वालों को दूध ले जाने के लिए लालू यादव ने 2004 में की थी .इस आर ब्लॉक-दीघा रेल लाइन पर रेल चलाने पर हर वर्ष रेल मंत्रालय को 1 करोड़ से ऊपर खर्च आता है पर सालाना आय मात्र 60 हजार रुपए होता है.महज 20 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन में बमुश्किल 20-25 ग्वाले दूध ढोते हैं.
इस रेल लाइन से कोई सफ़र नहीं करता लेकिन खाली ट्रेन आती जाती रहती है .ट्रेनों के आवाजाही से रेलवे क्रासिंग पाटलिपुत्र के पास घंटों जाम लगा रहता है .लेकिन अब इस दीघा – आर ब्लॉक रेल लाइन की जगह 6 लें सड़क बनने जा रही है .यानी अब ट्रेन बंद होगी और गाड़ियां दौड़ेंगी. 6 किलोमीटर इस लंबी रेल ट्रैक पर 6 लेन सड़क बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है . सड़क के बीच में एलिवेटेड मेट्रो दौड़ाने की भी योजना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
केन्द्र और राज्य के बीच इस जमीन को लेकर पिछले 7 साल से तकरार चल रहा था जो अब हल हो गया है . इस रेल लाइन का निर्माण 150 साल पहले अंग्रेजों ने दीघा के गोदाम तक अनाज पहुंचाने के लिए किया था . बाद में लाइन बंद हो गई थी जिसे 2004 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने शुरू कर दी थी .इस 6 लें की सड़क के बन जाने से राजीव नगर, दीघा और पाटलिपुत्र ईलाके के लोगों को ट्राफिक की समस्या से निजात मिल जायेगी . दीघा ,राजीव नगर और पाटलिपुत्र कालोनी से लोग 5 मिनट से कम समय में भी आर ब्लाक और सचिवालय पहुँच जायेगें. पटना के सबसे भीड़-भाड़ वाले इलाके आर ब्लॉक से दीघा तक फिलहाल सर्पेंटाइन रोड, बोरिंग केनाल रोड, गांधी मैदान-दीघा रोड होते कुल 8 किमी. की दूरी तय करने में करीब एक घंटा का समय लगता है.लेकिन इस नये एलाइनमेंट पर सड़क बनने के बाद आर ब्लॉक से सचिवालय की दूरी काफी कम हो जायेगी .
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