तेजप्रताप और भाई वीरेंदर फिर भिड़े एक -दूसरे से, समर्थकों में दिखी तानातानी
सिटी पोस्ट लाइव- बिहार के सबसे चर्चित लोकसभा सीट पाटलीपुत्रा से गुरुवार को राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती ने अपनी नामांकन का पर्चा दाखिल किया. इस दौरान उनके भाई तेजप्रताप यादव तथा उनकी माता राबड़ी देवी उपस्थित रहीं. लेकिन इसी बीच तेजप्रताप यादव ने अपनी बहन मीसा भारती के लिए चुनावी सभा में कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया कि राजनीतिक गलियारों में बवाल हो गया . दरअसल तेप्रताप ने इशारों ही इशारों में भाई वीरेंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग मनेर जाने के लिए परमिशन लेने की बात करते हैं लेकिन उनको बता दें कि हम लालू यादव के बेटे हैं और मुझमें उनका खून है और हमें बिहार में कहीं भी जाने के लिए किसी के परमिशन की आवश्यकता नहीं है. बस फिर क्या था, भाई वीरेन्द्र ने उसी समय पलटवार करते हुए कहा कि मुझमें भी यादवों का खून है.
भाई वीरेन्द्र के इस जवाब के बाद थोड़ी देर के लिए तेजप्रताप यादव और भाई वीरेन्द्र के समर्थकों के में तनातनी भी दिखने लगी. हालांकि तेजप्रताप ने इस पल को थोड़ा सहज भी किया और उन्होंने भाई वीरेन्द्र को मंच से ही ऐसा सवाल पूछ दिया कि वे लाजवाब हो गए. तेजप्रताप ने पूछा कि भाई वीरेंद्र जी आप पहाड़ी टोपी पहनते हैं आप भी हाथ उठाकर बताइए कि मीसा भारती को जिताएंगे न. इस पर भाई वीरेन्द्र सहज नहीं रह पाए. बता दें कि ऐसी चर्चा थी कि तेजस्वी यादव और लालू यादव चाहते थे कि भाई वीरेन्द्र पाटलिपुत्र संसदीय सीट से चुनाव लड़ें, लेकिन तेजप्रताप यादव ने पहले ही मीसा भारती के नाम की घोषणा कर दी थी.
इसके बाद से ही भाई वीरेन्द्र और तेजप्रताप यादव में दूरी बढ़ गई. कई बार ऐसे बयान भी आए जिससे लगा कि भाई वीरेन्द्र विद्रोह कर देंगे, लेकिन तेजस्वी के करीबी माने जाने वाले भाई वीरेन्द्र अब तक आरजेडी में ही बने हुए हैं. वहीं तेजस्वी यादव के मीसा भारती की सभा में नहीं पहुंचने पर तेजप्रताप ने कहा कि तेजस्वी का हेलीकॉप्टर अभी नहीं उतरा है क्योंकि उन्हें पता है अभी ‘कृष्ण’ बोल रहे हैं. मेरे बोलने के बाद ही वो सभा में पहुंचेंगे. दरअसल मिली जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन ने तेजस्वी के हेलीकॉप्टर को सभास्थल पर नहीं उतरने दिया.
आपको बता दें कि इसी पाटलीपुत्रा संसदीय क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री राम कृपाल यादव भी चुनाव लड़ रहे हैं. कभी राम कृपाल यादव लालू प्रसाद यादव के काफी करीबी माने जाते थें लेकिन राजनीतिक परिस्थितियाँ कुछ ऐसी बनी कि रामकृपाल यादव ने पिछली बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. लेकिन उस समय भी उनके मुख्य प्रतिद्वंदी लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती ही थीं.
जे.पी. चंद्रा की रिपोर्ट
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