जूनियर डॉक्टरों ने मरीज के परिजन को पीटा, फिर हड़ताल कर दी.
VIDEO सामने आया है जिसमे जूनियर डॉक्टर एक मृत मरीज के परिजन को लात-घूंसों से मारा.
सिटी पोस्ट लाइव : गरीबों का एकमात्र सहारा बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल PMCH में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है.गरीब लोग अपने परिजन को लेकर ईलाज के लिए भटक रहे हैं. 5 दिन से हड़ताल जारी है और हर दिन करीब 1200 मरीज बिना इलाज के वापस लौट रहे हैं.सैकड़ों ऑपरेशन टाल दिए गए हैं. अब उस विवाद का वीडियो सामने आया है, जिसे विवाद पर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वीडियो में दिख रहा है कि जूनियर डॉक्टर बेहरमी से उस परिवार के सदस्यों को पीट रहे हैं, जिनके परिजन की मौत हुई थी.
वीडियो में दिख रहा है कि अस्पताल के टाटा वार्ड में एक जूनियर डॉक्टर मरीज के परिजनों को बुरी तरह पीट रहे हैं. परिजन डॉक्टर को रोकने की भी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे किन्हीं की नहीं सुन रहे हैं. सुरक्षाकर्मी भी मामले को शांत कराने की कोशिश करते हैं. मगर डॉक्टर किन्हीं की नहीं सुन रहे हैं. इस घटना के बाद से ही जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं.विडियो से साफ़ है कि डॉक्टरों ने खुद गुंडागर्दी की और हड़ताल पर भी चले गये.इस हड़ताल की वजह से इमरजेंसी सेवा बुरी तरह प्रभावित है. ओपीडी वार्ड में सीनियर डॉक्टर बैठ तो रहे हैं लेकिन जूनियर डॉक्टर के नहीं रहने के कारण यहां भी मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है.
बुधवार की रात 70 वर्षीय मरीज को पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में एमडिट कराया गया था. एडमिट होने के कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई. इसके बाद परिजन मौत के लिए डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराने लगे. उनका आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उनके परिजन की मौत हो गई. समय से इलाज शुरू नहीं किया गया. यहीं से विवाद बढ़ा. पहले वीडियो में दिख रहा है कि एक डॉक्टर और युवक में हाथापाई होती है. कुछ देर में दूसरे डॉक्टर जुटते हैं. फिर बेहरमी से दोनों युवकों को दौड़ा-दौड़ाकर मारते हैं.
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि मरीज की मौत के बाद परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. बाहर से असामाजिक तत्वों को बुलाकर गोली मारने की धमकी दी. घटना के अगले दिन गुरुवार को 50-100 लोगों ने अस्पताल के जीवक हॉस्पिटल पर हमला कर दिया. फिर पथराव कर दिया.
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