छठ का व्रत करने वाली दो महिलाओं की जान जाते-जाते बची।-पटना सिटी गाय घाट.
PATNA CITY GAY GHAT..............
छठ के मौके पर बुधवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया। जिला प्रशासन ने यहां कोई तैयारी तो नहीं की, पर एतिहात के तौर पर SDRF की टीम को पहले से मुस्तैद कर रखा था। मामला पटना सिटी के गाय घाट का है। छठ का व्रत करने वाली दो महिलाओं की जान जाते-जाते बची। वो गंगा नदी में डूब रही थीं। मगर, मेन टाइम पर SDRF के दो जवानों ने गंगा नदी में छलांग लगा दी। कुछ देर की मशक्कत के बाद नदी में डूब रही दोनों महिलाओं को बचा लिया।
50 फीट से भी अधिक की गहराई है।
आज खरना है। छठ करने वाली महिलाएं गंगा नदी में नहाने और पूजा के लिए गंगा का पानी ले जाने के लिए आई थीं। गाय घाट पर पश्चिम साइड में किनारे में ही करीब 50 फीट से भी अधिक की गहराई है। नहाने के क्रम में सुनीता देवी इसी गहराई में चली गई थीं। गुड़िया देवी इन्हें बचाने गईं और वो भी डूबने लगीं। मगर, SDRF के ट्रेंड जवान संजीव कुमार और हिमांशू यादव ने समय पर इन दोनों की जान बचा ली।
दरअसल, गाय घाट इलाके में महात्मा गांधी सेतू के पूर्वी लेन के नए स्ट्रक्चर का काम चल रहा है। घाट के किनारे भी नदी के अंदर काफी गहराई है। चैती छठ महापर्व को ध्यान में रखते हुए पटना जिला प्रशासन की ओर से पहले ही गाय घाट को असुरक्षित मान कर प्रतिबंधित घाटों की लिस्ट में डाल दिया गया था। इस घाट पर आने से लोगों को मना किया गया था। हालांकि, जिला प्रशासन को इस बात का एहसास था कि उनके मना करने के बाद भी लोक आस्था के इस महापर्व को मनाने के लिए श्रद्धालू इस घाट पर पहुंच सकते हैं।
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