सिटी पोस्ट लाइव :रामचरित मानस और मनु स्मृति की आलोचना की वजह से बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर BJP-JDU के निशाने पर हैं.लेकिन उनकी पार्टी RJD उनके साथ खड़ी दिखाई दे रहा है.RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बिना मंत्री का नाम लिए डा. राम मनोहर लोहिया के हवाले से कहा कि रामायण में बहुत सारा कूड़ा करकट भी है और हीरा मोती भी. कूड़ा करकट बुहारने के चक्कर में हीरा मोती भी नहीं बुहार देना चाहिए. हीरा मोती खाने के चक्कर में कूड़ा करकट नहीं खा लेना चाहिए.
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री के बयान को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है.ऐसे में शिवानन्द तिवारी के इस नये बयान से घमशान के और तेज हो जाने की संभावना है. विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष डा. आरएन सिंह ने कहा है कि अगर मंत्री अपनी टिप्पणी वापस नहीं लेते हैं तो उनके विरुद्ध आन्दोलन किया जाएगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार अपने शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करें. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो यही माना जाएगा कि मंत्री ने जो कुछ कहा है, वह राज्य सरकार का आधिकारिक वक्तव्य है.
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने इसे हिन्दुओं का अपमान बताया है.उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन बिहार को नफरत की आग में झोंकना चाहता है. विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह दी है कि वे अपने शिक्षा मंत्री का इलाज कोईलवर स्थित मानसिक आरोग्यशाला में करवाएं.पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस ग्रंथ की सराहना फादर कामिल बुल्के जैसे कैथोलिक क्रिश्चियन ने की, उसकी निंदा कर प्रो. चंद्रशेखर ने साबित कर दिया कि वह शिक्षा मंत्री बनने के योग्य नहीं हैं. उन्हें इस पद पर बैठाने वाले नीतीश कुमार को सही व्यक्तियों की परख नहीं है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शिक्षा मंत्री के बयान को गलत ठहराया है.उन्होंने शिक्षा मंत्री को अपना बयान वापस लेने के लिए भी कहा है.लेकिन रामचरितमानस और मनु स्मृति को नफरत फैलाने वाले ग्रंथ कहकर विवाद में आए शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को कहा कि हम अपने बयान पर कायम हैं.
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