महल और झोपड़ी की लड़ाई है पाटलीपुत्रा सीट पर, माॅल और फार्म हाउस वालों से है मुकाबला’
सिटी पोस्ट लाइवः पाटलीपुत्रा लोकसभा सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प है। 2014 की तरह इस बार भी बीजेपी के रामकृपाल यादव और राजद की मीसा भारती के बीच कांटे का मुकाबला है। बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने इस लड़ाई को महल और झोपड़ी की लड़ाई बताया है। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए रामकृपाल यादव ने मीसा भारती पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे बाप दादा या मेरे खानदान का कोई मुखिया भी नहीं रहा। मैं मुख्यमंत्री का बेटा-बेटी नहीं रहा हूं। मैं फार्म हाउस और माॅल वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि पाटलीपुत्रा सीट पर महल और झोपड़ी के बीच की लड़ाई है। गरीब और अमीर के बीच की लड़ाई और परिवारवाद बनाम राष्ट्रवाद की लड़ाई है।
रामकृपाल यादव ने कहा कि 35 सालों से जनता की सेवा की है धन नहीं कमाया जन कमाया है। यही वजह है कि 2014 को लोकसभा चुनाव में हर जाति हर वर्ग के लोगों ने मुझे गले लगाया, अपना समर्थन दिया और मुझे जिताया। रामकृपाल यादव ने कहा कि 2014 में मेरी राजनीतिक हत्या कर दी गयी थी। दूध में मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया गया था लेकिन बीजेपी ने सम्मान दिया। 35 साल तक जिस पार्टी में रहा उसने मंत्री नहीं बनाया और बीजेपी ने 6 महीनों में एक दूध बेचने वाले के बेटे को मंत्री बनाकर सम्मान दिया।
उन्होंने कहा कि मीसा भारती से राजनीतिक लड़ाई है लेकिन वे मेरी भतीजी हैं और भतीजी रहेंगी। पटना मेरे बाप-दादा या मेरे खानदान का कोई मुखिया भी नहीं था। मैं मुख्यमंत्री का बेटा-बेटी नहीं मैं राजा का बेटा-बेटी नहीं हूं। जब तक जिंदा रहूंगा उन्हें आर्शिवाद देता रहूंगा।
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