लॉकडाउन में अपराधी भी हुए लॉक, हत्या व अन्य आपराधिक घटनाओं में कमी
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस को लेकर बिहार में जारी लॉकडाउन में कई चीजें बेहतर हुई है। वो चाहे पर्यावरण का मामला हो या अपराध का। दोनों में ही प्रदेश की जनता को राहत मिली है। जहां पहले कभी अपराध को लेकर हाय तौबा मचाया जाता था, आज इस तरह के मामले छिटपुट ही सुनाई देते हैं। वैसे तो अपराधी अब भी सक्रिय हैं, लेकिन जिस तरह से पहले घरेलू हिंसा, और जमीनी विवाद में हत्याएं होना आम बात थी। अब उसमें भारी गिरावट देखने को मिल रही है।
जानकारी अनुसार लॉकडाउन के कारण अपराधी भी ‘लॉक’ हो गए हैं और इससे अपराधों की संख्या भी ‘डाउन’ हो गई है. बिहार के आंकड़ों पर गौर करें तो एक से 15 अप्रैल 2020 के संज्ञेय अपराध के आंकड़ों में आई कमी ने कई साल का रिकार्ड तोड़ा है. वर्ष 2019 के अप्रैल माह की तुलना में संज्ञेय अपराध की में 26 प्रतिशत कमी हुई है. हत्या में 26 प्रतिशत, डकैती में 80 प्रतिशत, लूट में 72 प्रतिशत, गृह भेदन में 44 प्रतिशत, चोरी में 68 प्रतिशत की कमी आई है.
महिला उत्पीड़न की घटना में 66 प्रतिशत की कमी आई है. दुष्कर्म की घटना में भी 56 प्रतिशत की कमी आई है. सामान्य अपहरण की घटना में तो 81 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं एससीएसटी जैसे मामले में भी 17 प्रतिशत की कमी हुई है. सड़क दुर्घटना में भी 66 प्रतिशत की कमी आई है.
हालांकि चोरी जैसी घटनाओं में कुछ खास अंतर नहीं पड़ा है। क्योंकि ये चोर रात के अंधेरे में अपने मंसूबों को अंजाम देने में कामयाब हो जाते हैं। इन पर कोरोना वायरस का भी असर नहीं होता है। लेकिन अन्य बड़ी घटनाओं में जिस तरह से कमी देखने को मिली है, वो वाकई प्रदेश के लोगों को सुकून देने लायक है।
Comments are closed.