CAA पर घमाशान: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा, एक नागरिक और एक पुलिसकर्मी की मौत.
सिटी पोस्ट लाइव :दिल्ली के यमुना पार इलाके में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन हिंसक हो गया है.हिंसा में एक पुलिसकर्मी और एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई है. एक डीसीपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं.जाफ़राबाद के रहने वाले मोहम्मद सुल्तान नाम के प्रदर्शनकारी की पैर में गोली लगने की वजह से मौत हो गई है.पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि गोली सुल्तान के पैर में लगी थी लेकन ज़्यादा ख़ून बह जाने की वजह से उनकी जान चली गई.जीटीबी अस्पताल में मौजूद बीबीसी संवाददाता प्रशांत चहल के मुताबिक अस्पताल में 25 घायलों को भर्ती कराया गया है.
अस्पताल के सूत्रों ने प्रशांत चहल को बताया, “पच्चीस लोग गंभीर हालत में लाए गए हैं. इनमें एक डीसीपी हैं जिन्हें मेक्स हॉस्पिटल रेफ़र किया गया है. रतन लाल नाम के पुलिसकर्मी और एक अन्य युवक को मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया था. घायलों को क्रिटिकल केयर में रखा गया है.”जीटीबी अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों की ड्यूटी बढ़ा दी है.इस हिंसा में एक हेड कांस्टेबल की भी मौत हो गई है. मारे गए हेड कांस्टेबल का नाम रतन लाल है.
दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दस इलाक़ों में धारा 144 लगा दी है. जाफ़राबाद, मौजपुर, सीलमपुर और चांदबाग़ इलाक़ों से हिंसा की ख़बरें हैं.कई इलाक़ों में पत्थरबाज़ी और आगजनी के बाद अफ़रा-तफ़री का माहौल है.हिंसा प्रभावित इलाक़ों के लोग बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराने डीसीपी दफ़्तर पहुंचे हैं.मौजपुर के पार्षद नदीम ने बीबीसी से कहा, “पत्थरबाज़ी सीएए समर्थकों ने की है जिन्हें कपिल मिश्रा ने भड़काया था.”उन्होंने कहा, “कपिल मिश्रा के समर्थकों ने डीटीसी बसों में आग लगाई, एक निजी कार में आग लगा दी. दिल्ली पुलिस ने इन लोगों को नहीं रोका. पुलिस भी इस सब में शामिल नज़र आई.”
उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाक़ों में भारी हिंसा हुई है.हजारों की भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस को काफी जोर अजमाइश करनी पड़ रही है.पुलिस के लाठीचार्ज के बाद भगदड़ का सा माहौल हो गया.
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