भारत-चीन के बीच पैदा हो गई है युद्ध की संभावना, तैयारी में जुटी है दोनों देश की सेना.
पूर्वी लद्दाख में हथियार और टैंक लाने लगा है चीन, भारत भी कर रहा है भारी बंदोबस्त.
सिटी पोस्ट लाइव ; भारत चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है.पिछले करीब 25 दिनों से दोनों सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति है.भारतीय और चीनी सेनाएं अपने बेस पर हथियार और जंग के मैदान में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियां ला रही हैं.यहां तक कि आर्टिलरी गन भी सेनाएं अपने बेस पर ला रही हैं.भारतीय वायुसेना भी इस इलाके का लगातार सर्विलांस कर रही है.पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बरकरार है. भारत और चीन की सेनाएं 5 मई से ही आमने-सामने डटी हैं.
दोनों देशों की सेनाएं अपनी युद्ध की क्षमता उस समय में बढ़ा रही हैं, जब दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीति के स्तर पर बातचीत से झगड़ा सुलझाने की कोशिश की जा रही है. जब चीन की सेना एलएसी पर आर्टिलरी गन और कॉम्बैट वीइकल लाने लगी तो भारतीय सेना भी सीमा के पास अपने बेस पर चीनी सेना को टक्कर देने लायक हथियार और युद्धक वाहनों को लाना शुरू कर दिया. साथ ही, भारतीय वायुसेना भी इस इलाके का लगातार सर्विलांस कर रही है.सूत्र बताते हैं कि इस महीने की शुरुआत में चीनी सेना ने भारतीय सीमा में घुसकर पैंगोंग सो और गालवान घाटी में कैंप बनाने शुरू कर दिए. भारतीय सेना ने इसका कड़ा विरोध करते हुए चीनी सैनिकों से तुरंत पीछे हटने को कहा ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे. चीन ने डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में भी अपनी सेना की संख्या बढ़ा दी है.
खबर है कि करीब 2,500 चीनी सैनिक पैंगोंग सो और गलवान घाटी में तैनात किए गए हैं. साथ ही वह अस्थायी इन्फ्रास्ट्रक्चर और हथियार भी जमा कर रहे हैं. सूत्रों ने कहा है कि सैटेलाइन इमेज से साफ हो रहा है कि चीन ने अपनी सीमा में डिफेंस इन्फ्रास्टक्चर भी बनाना शुरू कर दिया है. हालांकि, भारतीय सेना का अब तक यह मान रही है कि चीन ये सब सिर्फ भारत पर दबाव बनाने के लिए कर रहा है.एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा कि वो चीन के हथकंडों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं. भारतीय सेना इस बात पर अड़ी हुई है कि सीमा पर जब तक स्थिति पहले जैसी नहीं हो जाती, वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. शनिवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि चीन के साथ मिलिट्री और डिप्लोमैटिक, दोनों लेवल पर बातचीत चल रही है.
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