सिटी पोस्ट लाइव( अभिषेक सिंह ) : अंधविश्वास जब परंपरा बन जाती है तो जान पर बन आती है. ऐसा ही एक वाक्य बिहार के समस्तीपुर में सामने आया है. जहाँ साँपों की पूजा और उनके साथ खेल खेलने की परंपरा जानलेवा स्सबित हुई है. यहाँ साँपों का खेल दिखानेवाले एक भगत को नाग ने डस लिया.नाग के डंसने के बाद उसकी मौत हो गई. मौत होने के बाद जो हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ उसे जिंदा करने का वह रूह कंपा देनेवाला है. मंदिर में मरे हुए भगत को जादू टोना से जिन्दा करने का यह खेल दिनभर चलता रहा. सिटी पोस्ट संवाददाता समस्तीपुर के अनुसार उजियारपुर थाना क्षेत्र के अकहा गांव में विषहरी मंदिर में पूजा दौरान जितवारपुर विशनपुर के रहने वाले भगत संजय पासवान की जहरीले सांप डसने के कारण मौत हो गई.
संजय पासवान ने विषहरी पूजा दौरान मंदिर परिसर में नागों के साथ भी खूब खेला. लेकिन इस दौरान एक नाग ने उसे डांस लिया. नाग के डसते ही उसकी मौत हो गई. कुछ देर तक तो लोग उसकी मौत को भी तमशा ही समझते रहे.लेकिन जब देर तक वह नहीं हिला तो लोगों ने पड़ताल शुरू की. वह मर चूका था. उसे जिन्दा करने के लिए घंटों झाड़-फूंक हुई लेकिन कुछ नहीं हुआ. परिवार के लोगों को घटना की जानकारी मिली तो वहां से शव को घर लेकर चले आए. फिर कुछ भगत लोगों ने झाड़-फूंक कर उसे जिंदा कर देने का दावा किया. उसकी लाश फिर से मंदिर लाया गया. घंटों झाडफूंक का हाई-वोल्टेज ड्रामा चला. देवी विषहरी की जयकारा लगता रहा और शव के ऊपर लगातार थप्ड़प भी मारे गए लेकिन शव में प्राण वापस नहीं लौटा.
सदर अस्पताल में जब उसकी लाश को लाया गया तो डॉक्टर ने कहा कि अगर सांप के काटने के तुरत बाद उसे अस्पताल लाया गया होता तो आज वह जिंदा होता. झाडफूंक के नाटक ने उसकी जान ले ली. पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि पता लगाया जा रहा है कि कौन भगत था जिसने उसे ईलाज के लिए अस्पताल नहीं ले जाने दिया और झाडफूंक के चक्कर में उसकी जान ले ली.
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