रोहतास : प्रलयंकारी रूप धारण करने लगी कैमूरांचल घाटी से निकलने वाली काव नदी
काव नदी में फंसे युवक को ग्रामीणों ने निकाला
सिटी पोस्ट लाइव : रोहतास जिले में कैमूरांचल घाटी से निकलने वाली काव नदी ने प्रलंयकारी रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पहाड़ी के ऊपर इस काव नदी में लोग मंझारकुण्ड नदी के झरने में स्नान करने और पिकनिक मनाने जाते हैं. जहाँ रविवार की शाम एक युवक अचानक आई पहाड़ी नदी में बाढ़ की वजह से बीच धारा में फंस गया जिसे पिकनिक मना रहे लोग गमछे और अपने कपड़े को जोड़ जोड़ कर तैयार लंबे गमछे के सहारे बाहर निकाला. तब उसकी जान बच सकी.बताते चले कि कैमूर- रोहतास पहाड़ी पर स्थित मंझारकुण्ड एक झील है. यहां आये दिन पिकनिक मनाने और स्नान करने लोग जाते है. इस दौरान पहाड़ी के अधिग्रहण छेत्र में भारी वर्षा के कारण एकाएक झरने से तेज पानी का बहाव और बाढ़ आने का खतरा सदैव बना रहता है. जिससे वहाँ पिकनिक मनाने गए शैलानी नदी की तेज धारा में बह जाते हैं और सैकड़ो फिट गहरी झील में गिरकर उनकी मौत हो जाती है.अभी पिछले साल ही तीन लोगों को इसी मंझारकुण्ड झील में अपनी जान गंवानी पड़ी थी. झील में बह जाने से कई दिनों तक उनकी लाश भी नही मिली थी. बहुत खोजबीन के बाद उनका शव मिला था. बताते चले कि हर वर्ष यहाँ लाखो शैलानी पिकनिक मनाने आते है और हर वर्ष दो चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है, लेकिन आज तक वहां जिला प्रशासन की तरफ से कोई सूचनापट्टी या शतर्कता बरतने वाली फ्लैश फ्लड की कोई भी जानकारी किसी भी माध्यम से नहीं लगाई गई है. जिसका खामियाजा वहां पिकनिक मनाने गये लोगों को अपनी अनभिगता के कारण जान गंवानी पड़ती है.वहीं रोहतास-कैमूर स्थित मांझारकुण्ड पहाड़ी नदी से उतरकर मैदानी क्षेत्र में भी इस नदी का उफान काफी भयावह हो चुका है. जिले के डेहरी अनुमंडल के जमुहार के पास मुख्य सड़क के पर से इसका पानी ऊपर ऊपर बह रहा है. वही गया मुगलसराय रेलखंड पर रेल पटरियों को छूकर इस पहाड़ी नदी का पानी बह रहा है.
रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट
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