छठ के दौरान बिहार में विभिन्न हादसों में 18 बच्चों समेत 30 लोगों की मौत.
सिटी पोस्ट लाइव : चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन रविवार सुबह गंगा एवं अन्य नदियों, तलाबों के किनारे लाखों व्रतियों की ओर से उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया.लेकिन लोक आस्था के महा-पर्व छठ पूजा के दौरान बिहार के विभिन्न जिलों में रविवार को मंदिर की दीवार गिरने से , भगदड़ मचने और डूबने की अलग-अलग घटनाओं में 18 बच्चों सहित 30 लोगों की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार शनिवार और रविवार को दो महिलाओं की मौत दीवार गिरने से, दो बच्चों की मौत भगदड़ में और 16 बच्चों सहित 26 लोगों की मौत विभिन्न जिलों में डूबने से हो गई.
पुलिस के अनुसार समस्तीपुर जिले के बड़गांव में रविवार सुबह काली मंदिर की दीवार गिरने से छठ पूजा देख रहीं दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई.इस हादशे में चार लोग घायल हुए हैं. औरंगाबाद के देव ब्लॉक स्थित सूर्यकुंड के पास शनिवार शाम को छठ पूजा के दौरान मची भगदौड़ की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई.डीएम ने स्वीकार किया कि स्थानीय प्रशासन की उम्मीदों से कहीं अधिक लोग देव स्थित सूर्य मंदिर छठ पूजा के लिए पहुंच गए जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति पैदा हुई.
समस्तीपुर के खजुरी गांव में 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत डूबने से हो गई. बेगूसराय जिले के अंतर्गत साहेबपुर कमाल और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में तीन बच्चों की मौत तालाब में डूबने से हो गई.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बेगूसराय जिले में शनिवार शाम चार लोगों की मौत डूबने से हुई जबकि एक अब भी लापता है, जिसकी तलाश की जा रही है.
वैशाली, पूर्णिया और खगड़िया जिलों में छठ पूजा के दौरान 10 बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि पूर्णिया, वैशाली और खगड़िया जिले में क्रमश: सात, छह और पांच लोगों की मौत हो गई.
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