लॉकडाउन: 15 मई तक मॉल, स्कूल बंद, धर्मस्थलों पर जारी रहेगी रोक.
सिटी पोस्ट लाइव : सबके जेहन में बस एक ही सवाल है- लॉकडाउन आगे बढ़ेगा या नहीं? केंद्र सरकार अभी इस सवाल का जबाब देने से बच रही है. ज्यादातर राज्यों के मुख्यमंत्री लॉकडाउन को आगे बढ़ाना चाहते हैं, फैसला केंद्र पर छोड़ा है.मानकर चलिए एक झटके में कुछ भी नहीं होनेवाला. लॉक डाउन चरणबद्ध तरीके से ख़त्म होगा. कोरोना वायरस को लेकर बने केंद्रीय मंत्रियों के समूह ने अहम सिफारिश की है. GoM चाहता है कि चाहे लॉकडाउन आगे बढ़े या ना बढ़े, 15 मई तक देश के सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस (स्कूल/कॉलेज) बंद रखे जाने चाहिए.सभी तरह की सामूहिक धार्मिक गतिविधियों पर रोक जारी रहनी चाहिए. मॉल और सिनेमा हाल भी बंद रहना चाहिए.
इस GoM में रक्षा मंत्री राजनाथ, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं. GoM ने चर्चा के बाद यह तय किया कि वर्तमान लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी, धर्मस्थलों, शॉपिंग मॉल्स और एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को कम से कम अगले चार सप्ताह तक खुलने ना दिया जाए. सरकार यह सोच रही है कि गर्मी की छुट्टियों के चलते स्कूल और कॉलेज वैसे ही बंद रहेंगे. कोरोना इंफेक्शन रोकने के लिए सभी धार्मिक संगठनों की गतिविधियों पर 15 मई तक रोक लगाए रखने की सिफारिश की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में अंतिम निर्णय लेंगे.
GoM को कोरोना वायरस से जुड़ी सभी अपडेट्स और हालात से पीएम मोदी को अवगत कराना है. GoM ने सभी तरह के पब्लिक प्लेसेज जैसे धर्मस्थल या मॉल्स की सर्विलांस ड्रोन्स के जरिए मॉनिटरिंग की सिफारिश की है. यह सिफारिश हालिया तबलीगी जमात प्रकरण की सूरत में बेहद अहम है. निजामुद्दीन में पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए. इसमें कई ऐसे लोग थे जो कोरोना प्रभावित देशों से आए थे. बहुत से लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में यहां से गए और तेजी से संक्रमण फैलाने में अहम रोल निभाया.
केंद्रीय मंत्रियों के समूह ने कोरोना वायरस से लड़ाई में लगे लोगों को धन्यवाद कहा है. डॉक्टर्स, हेल्थ प्रोफेशनल्स, सुरक्षा कर्मी और बाकी सभी लॉकडाउन के बीच जो जरूरत का सामान पहुंचाने में लगे हैं, उनके लिए GoM ने उनके प्रति आभार जताया है. मंगलवार की बैठक में कैबिनेट के कई मंत्री भी शामिल हुए.
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