एक गावं में खाड़ी देशों से लौटे हैं 86 लोग, प्रशासन की उडी है नींद.
जिला प्रशासन ने दिया है सभी को क्वारंटाइन में रहने के निर्देश, लेकिन नहीं मान रहे हैं लोग.
एक गावं में खाड़ी देशों से लौटे हैं 86 लोग, प्रशासन की उडी है नींद.
सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के जमुई से एक बड़ी खबर आ रही है.यहाँ का एक गावं सरकार के लिए सबसे बड़ा सर दर्द बना हुआ है.अल्पसंख्यक बहुल इस गावं में खाड़ी देशों से लगभग एक सौ लोग लौटे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण (Corona virus infection) के संभावित खतरे को देखते हुए जमुई जिले के इस अल्पसंख्यक बहुल गांव पर जिला प्रशासन की विशेष नजर है.
इस गावं में हाल ही में खाड़ी देशों से 86 लोग लौटे हैं. इनमे 11 व्यक्ति तो वैसे हैं जो होली के बाद विदेश से घर लौटे हैं. गांव में खाड़ी देश से लौटे दर्जनों लोगों की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने गांव पहुंच कर इनलोगों को अलग रहने का निर्देश दिया. फिर आइसोलेशन (isolation) के लिए गांव के पंचायत सरकार भवन में क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine Center) में रहने के निर्देश दिए. हालांकि निर्देश के बाद भी कुछ ही लोग पंचायत भवन में रह रहे हैं. मुखिया और सरपंच के अनुसार बाकी और कुछ लोग यंहां आएंगे, लेकिन उनकी दलील है कि 86 में से ज्यादातर लोग एक महीने पहले ही यहां आए थे.
दरअसल सदर प्रखंड के अल्पसंख्यक बहुल अड़सार गांव के सैकड़ों लोग रोजगार के लिए खाड़ी देशों में रहते हैं. जानकारी के मुताबिक बीते एक महीने के इस गांव में दर्जनों लोग खाड़ी देश ईरान, इराक जैसे देशों से लौटे हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार बीते महीने लगभग 86 लोग विदेश से अपने घर लौटे हैं. खासकर होली के बाद यहां विदेशो से पहुंचने वाले लोगों की संख्या 11 है.
जिला प्रशासन गांव का दौरान कर चिन्हित लोगों को गांव में ही पंचायत भवन में क्वारंटाइन मे रहने का निर्देश दिया है. हालांकि प्रारंभिक जांच मे बाहर से आये किसी शख्स मे कोरोना का लक्षण नहीं दिखा है. लेकिन एहतियातन सभी लोगों को पंचायत भवन में रहने का निर्देश दिया गया है. पर पंचायत भवन में बने क्वारंटाइन सेंटर में परिवार और घर से अलग मात्र 5 ही लोग रह रहे हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार जमुई जिले में 136 लोग हाल में विदेश से लौटे हैं जिनमें 86 सिर्फ अड़सार गांव के ही हैं.
5 हजार मतदाता वाले इस पंचायत के मुखिया पति मो इरफान ने बताया कि ज्यादातर लोग एक महीने पहले ही विदेश से घर लौटे है जिनकी तबियत ठीक है. 11 लोग हाल के दिनों में लौटे है जिन्हें पंचायत भवन में बने रखा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और डीएम एसपी यहां आकर लोगों का स्वास्थ्य जांच किया है. अभी तक कोरोना का कोई लक्षण नहीं मिला है. हालांकि 11 लोगों को निगरानी के लिए रखा गया है, लेकिन यहां जरूरत है कि स्वास्थ्य विभाग के लोग लगातार दौरा कर निगरानी रखें.
सरपंच मो जमील ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश के बाद गुरुवार की शाम से सभी 11 लोगों को पंचायत भवन में रखा जा रहा है, फिलहाल 5 लोग हैं, बाकी 6 लोगों को भी लाया जा रहा है. गांव के लोग कोरोना के संक्रमण में न आये इसलिए इसका पालन किया जा रहा है. डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया जब पता चला कि विदेश से सिर्फ अड़सार गांव में 86 लोग पहुंचे हैं तो गांव का दौरा कर लोगों की स्वास्थ्य जांच करवायी जा रही है. सभी लोगों को पंचायत भवन में रखा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग को विशेष निर्देश दिया गया है कि जिनलोगों में कोरोना का लक्षण पाए जाएंगे उन्हें दूसरी जगह रेफर कर दिया जाएगा.
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