कोरोना संकट : मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला वेंडर एवं अन्य गरीबों के लिए आपदा राहत केंद्र
नीतीश सरकार ने खोला खजाना, 100 करोड़ की राशि से बनेंगे राहत केंद्र, मिलेगी हर तरह की सुविधा.
कोरोना संकट : मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला वेंडर एवं अन्य गरीबों के लिए आपदा राहत केंद्र
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से चलरहे लॉकडाउन में फंसे गरीब मजदूरों, रिक्शा चालकों जैसे लोगों को राहत और सहाय पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहत केंद्र खोलने का आदेश दे दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने गरीब लाचार और रोज कमाने-खाने वाले लोगों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से गुरुवार को ₹100 करोड़ की राशि जारी करने की घोषणा कर दी है.
गौरतलब है कि लॉकडाउन से वैसे लोग ज्यादा परेशान हैं, जो रोज कमाते हैं, रोज खाते हैं.एक दिन बैठकर खाने के लिए भी उनके पास कोई जुगाड़ नहीं है. इस राशि का उपयोग लॉकडाउन (Lockdown) के कारण बिहार में फंसे मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला वेंडर एवं अन्य गरीबों के लिए आपदा राहत केंद्र बनाने में किए जाएंगे.
इन आपदा राहत केंद्रों में ऐसे गरीब लोगों की भोजन और आवास की व्यवस्था की जाएगी साथ ही वहां उनके स्वास्थ्य जांच की भी सुविधा होगी. इसके साथ ही वैसे लोग जो बिहार के बाहर फंसे हुए हैं या रास्ते में है उन्हें स्थानीय आयुक्त के माध्यम से संबंधित राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर वहीं पर भोजन एवं आवास की व्यवस्था बिहार सरकार के खर्चे पर भी की जा रही है.
बिहार सरकार द्वारा बाहर फंसे लोगों के लिए भोजन और रहने के साथ ही आपदा राहत केंद्रों पर कोरोना वायरस में संक्रमण की रोकथाम के लिए संबंधित सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी. बिहार सरकार ने सरकार ने दिल्ली में मौजूद बिहार सरकार के पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि वहां फंसे हुए बिहार के मजदूरों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए. बता दें कि देश की राजधानी में काम करने वाले तकरीबन 250 से ज्यादा मजदूरों ने श्रम विभाग को फोन कर मदद की गुहार लगाई है.
अररिया जिले के नरपतगंज के रहने वाले मजदूरों ने एक वीडियो भेज कर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार से मदद मांगी है. वीडियो के माध्यम से मदद की गुहार लगाने वाले ये सभी मजदूर बिहार के अररिया के रहने वाले हैं और दिल्ली समेत पंजाब में मजदूरी का काम करते हैं.
लॉकडाउन के दौरान अघोषित कर्फ्यू वाले हालात में फंसे मजदूरों ने पंजाब के एक शहर से इस वीडियो को भेजते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार से मदद मांगी है. उन्होंने कि हमारी मदद करें. दस की संख्या में इन मजदूरों ने अपने घरों की स्थिति को दिखाते हुए बताया है कि राशन से लेकर गैस सिलेंडर तक खाली है और ऐसे समय में हमारी मदद मालिक भी नहीं कर पा रहा है.
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