कोरोना वायरस से भयभीत ना हों और सजग रहें, संक्रमित मरीजों के ईलाज का खर्च सरकार उठाएगी : नीतीश कुमार
कोरोना वायरस से भयभीत ना हों और सजग रहें, संक्रमित मरीजों के ईलाज का खर्च सरकार उठाएगी : नीतीश कुमार
सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 मार्च को सदन में कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का ईलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी ।मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से यह राशि दी जाएगी ।इस रोग से यदि किसी की मृत्यु होती है,तो उनके निकटतम परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख की,आर्थिक मदद दी जाएगी । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बीमारी को लेकर राज्य सरकार हर तरह से सजग और सतर्क है ।हमसब मिलकर इस खतरे का सामना करेंगे ।इससे डरने की नहीं बल्कि सचेत रहने की जरूरत है ।कोरोना वायरस संक्रमण की जाँच की व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है ।इसके उपचार के लिए विभिन्य अस्पतालों में,अतिरिक्त वेंटिलेटर्स,आइसोलेशन वार्ड आदि की व्यवस्था की जा रही है ।सभी जिला अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों में,इसके लिए अलग वार्ड बनाये गए हैं ।चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों में वेंटलेटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।स्वास्थ्य विभाग को 100 अतिरिक्त वेंटलेटर्स स्थापित करने का निर्देश दिए गए हैं ।पटना और गया एयरपोर्ट पर प्रभावित देशों से आ रहे यात्रियों की सघन मेडिकल जाँच की जा रही है ।बेहद खास बात यह है कि एयरपोर्ट पर वरिष्ठ पदाधिकारियों की तैनाती की गई है ।
बिहार में अभी तक,कोरोना का एक भी मरीज नहीं
मुख्यमंत्री ने सदन में आगे कहा कि बिहार में अभी तक,कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला है ।लेकिन सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश और नेपाल में इस रोग के मरीज,जरूर मिले हैं ।यह सच है कि बिहार में राज्य के कई जिलों में विदेशों से लोगों का आना-जाना लगातार होता रहता है,जिससे यहां भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है । मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि कोरोना वायरस से 148 देश इस समस्या से जूझ रहे हैं । यह पूरे विश्व के लिए महामारी बन चुका है ।इसकी।शुरुआत चीन के वुहान शहर से दिसंबर,2019 में हुई थी ।
किसी भी व्यक्ति से दो मीटर की दूरी बनाकर रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोग सामन्य वायरल की तरह खांसने और छिंकने से,थूक की शुक्ष्म बूंदों के माध्यम से फैलता है ।संक्रमित व्यक्ति से कोई हाथ मिला ले अथवा उसके नजदीक में रहे तो उनमें भी संक्रमण होने का खतरा रहता है ।यदि रोगी से निकले थूक की बूंदे किसी के हाथ में लग जाए और वह व्यक्ति अपने हाथ से मुंह,नाक अथवा आँख छू ले,तो उसे भी संक्रमण हो सकता है ।इसके बचाव के लिए आवश्यक है कि किसी भी व्यक्ति से दो मीटर की दूरी बनाके रखें ।किसी भी भीड़ वाले स्थान जैसे शादी, पार्टी,बैठक,मॉल में जाने से बचें । आवश्यक नहीं हो,तो कहीं भी यात्रा नहीं करें ।सामाजिक और व्यक्तिगत दूरी ही इस रोग से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है ।
स्वस्थ्य व्यक्ति को मास्क की जरूरत नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को मास्क लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है ।चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क उनके लिए है,जो संक्रमित हों या वैसे स्वास्थ्य कर्मी जो इस तरह के रोगी का उपचार कर रहे हों । यदि मास्क का कोई उपयोग करता है तो उसके निस्तारण के प्रति भी सजग रहना पड़ेगा ।सामान्यत: एक मास्क का प्रयोग छह से आठ घंटे के लिए ही किया जा सकता है ।इसके इस्तेमाल के बाद उसे जला देना या जमीन में गड्ढा कर उसमें डाल देना चाहिए ।तभी हम,इस वायरस के संक्रमण से बच सकेंगे ।
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31 मार्च को होगी समीक्षात्मक बैठक
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर 32 मार्च को एक बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें इस वायरस को लेकर हमारी तैयारी और उसके नफा-नुकसान का मूल्यांकन किया जाएगा ।उम्मीद है किबिहार के जिन जिलों में धारा 144 लगाई गई है,उसे हटा लिया जाएगा ।अभी की स्थिति देखते हुए जो फैसले लिए गए हैं उसमें बदलाव और कुछ नए फैसले लिए जाने की भी संभावना है ।बस बिहार के लोग निश्चिंत रहें कि सरकार,हर कदम पर उनके साथ है । अब आप समझने की कोशिश कीजिये कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री,इतना सजग और स्थिति पर नजर टिकाए हुए हैं, उस राज्य की जनता की फिहाजत,पर उंगली उठाने की कोशिश भी,मानसिक दिवालियेपन की निशानी है ।वाकई बिहार सरकार,जनता की हिफाजत के लिए ईमानदारी से प्रयासरत है ।
सिटी पोस्ट लाइव के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
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