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झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 28 फरवरी से, हंगामेदार होने की संभावना

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झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 28 फरवरी से, हंगामेदार होने की संभावना

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र कल 28 फरवरी से शुरू होगा। 28 मार्च तक चलने वाले इस बजट सत्र के सुचारू संचालन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो द्वारा गुरूवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का भाजपा ने बहिष्कार किया, वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य दलीय नेताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में सत्र के सुचारू संचालन पर सहमति बनी। बाद में पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि बैठक में जनहित के मुद्दों पर सदन में सकारात्मक चर्चा की सहमति बनी। उन्होंने बताया कि भाजपा के वरिष्ठतम विधायक सीपी सिंह को आज हुई दलीय बैठक में उपस्थिति होने के लिए आमंत्रण भेजा गया था, लेकिन उनकी ओर से यह पत्र मिला कि उनके दल में कुछ परिवर्तन  हुआ है। विधानसभा में बाबूलाल मरांडी और झाविमो से कांग्रेस में शामिल हुए दो विधायकों के बैठने के लिए सीटिंग पर उन्होंने आज कुछ बताने से इंकार करते हुए कहा कि कल सबकुछ साफ हो जाएगा। झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी का पूरी पार्टी के साथ भाजपा में विलय और दो झाविमो विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि नैसर्गिंग न्याय के लिए सभी बिन्दुओं पर विचार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछली बार दल-बदल के मामले में सुनवाई में जब  चार साल का वक्त लग गया, तो उनसे तुरंत फैैसले की अपेक्षा कैसे की जा सकती है।
इस सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्यमंत्री व कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो, निर्दलीय सरयू राय और भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह ने भी हिस्सा लिया। बाद में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां विपक्ष नदारत है, जो लोग है, सभी उनके साथ है। इधर, विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायक दल के नेता के तौर पर बाबूलाल मरांडी को नहीं बुलाए जाने पर भाजपा ने नाराजगी जतायी है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह को आमंत्रित किया था, लेकिन सीपी सिंह ने बैठक में नहीं शामिल होने की बात करते हुए कहा कि पार्टी विधायक दल का नेता का चुनाव हो चुका है, बाबूलाल मरांडी को नेता चुना जा चुका है, इसलिए उन्हें ही इस बैठक में बुलाया जाना चाहिए। गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में झारखंड विकास मोर्चा के बैनर तले बाबूलाल मरांडी समेत तीन विधायक चुनाव जीत कर आये, लेकिन बाद में बाबूलाल मरांडी ने पार्टी के दो विधायकों प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को अनुशासनहीनता के मामले में झाविमो से निष्कासित कर दिया और अपनी पूरी पार्टी का विलय भाजपा में करा दिया। वहीं उसी दिन झाविमो के दोनों विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने नई दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे कानूनविदों की राय लेने के बाद इस मसले पर फेसला लेंगे। विधानसभा का बजट सत्र नये विधानसभा भवन में आयोजित होगा। कंप्यूटर समेत अन्य जरूरी कागजात की शिफ्टिंग भी नए   विधानसभा भवन में की जा रही है। वित्तमंत्री डॉक्टर रामेश्वर उरांव तीन मार्च को वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगे। 16 और 23 मार्च को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल होगा। इसमें सदस्य नीतिगत मामलों में मुख्यमंत्री से सवाल पूछ सकते हैं। एक माह तक चलने वाले सत्र में 18 दिन कार्यदिवस रहेगा। चार से छह मार्च तक बजट पर बहस होगी।

 

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