विस्थापित आदिवासीयों के पुनर्वास के लिए गंभीर हों माइनिंग कंपनीयां : राज्यपाल
सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद: धनबाद स्थित ‘केंद्रीय खनन एवं इंधन अनुसंधान संस्थान’ में शुक्रवार को खनन क्षेत्र में प्रगति एआईएम के विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पर्यावरण संरक्षण और विस्थापन के मुद्दे पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि माइनिंग के क्षेत्र में एडवांस टेक्नोलॉजी को लेकर यह राष्ट्रीय सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण साबित होगी।
खनन मामले में आदिवासियों के समक्ष विस्थापन की भी समस्याएं आ रही है। उनके पुनर्वास की भी व्यवस्था हो इसके लिए माइनिंग के साथ-साथ खनन कंपनियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है। अपने कार्यकाल के 4 वर्षों में बहुत से विस्थापित अपने समस्याएं मुझ तक रखी है। सही मायने में विस्थापितों को पुनर्वास का लाभ नहीं मिल पाया है। इस सम्मेलन में इस अहम मुद्दे पर भी विचार किया जाना चाहिए ।माइनिंग के कारण पर्यावरण की सुरक्षा पर जो सवाल है, उसको ध्यान में रखकर इस सम्मेलन में एक रोडमैप भी तैयार किया जाना चाहिए। ताकि माइनिंग और सतत विकास दोनों साथ साथ चल सके।
समारोह में उपस्थित हुए विशिष्ट अतिथि हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के निद्रेशक एल.एस. शेखावत ने कहा पूरे विश्व का इकोनामी स्लो डाउन में जा रहा है। माइनिंग में भी इससे अछूता नहीं है। इसके बावजूद यह लक्ष्य होना चाहिए कि माइनिंग करके स्लो डाउन इकोनॉमी में सुधार की जा सके।आने वाले भविष्य अंडरग्राउंड माइन्स का ही है। इस क्षेत्र में नई तकनीक अविस्कार करना सिंफर का यह कदम प्रशंसनीय है। यह सेमिनार नई तकनीकी पर विशेष प्रकाश डालेगा। उन्होंने आगे कहा कि हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड जिंक और लेड के अलावे चांदी का भी उत्पादन करती है जिंक लिमिटेड प्रतिवर्ष 700 टन का उत्पादन कर रही है। आने वाले समय में 1000 टन का उत्पादन करने का लक्ष्य है। उद्घाटन समारोह में भाग लेने से पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने यहां एडवांस रॉक मशीन लेब्रोटरी एवं नव निर्मित अभिनंदन गेस्ट हाउस का उद्घाटन की। दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन मे सीआईएल एवं उसकी अनुषंगी कंपनियां आईआईटी आईएसएम , आईआईटी खड़गपुर , आईआईटी बीएचयू , एनआईटी सुरतकल , जेएमएस, रिलायंस पावर प्रोजेक्ट, एलएनटी कंस्ट्रक्शन, जेमको मेकॉन , सेल , उड़ीसा माइनिंग कॉरपोरेशन, नाल्को वाटर्स , गेनवल आदि 40 कंपनियां भाग ले रही है।
इंस्टीटयूशन ऑफ इंजीनियर्स धनबाद चेप्टर के सहयोग से सिंफर ने इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया है। खनन के क्षेत्र में हुई नवीनतम प्रगतियों के बारे में जानने विचारों का विनिमय करने और खनन के मुख्य मुद्दों को संबोधित करने के लिए सभी हित कारकों को आपस में बातचीत और विचार विमर्श करने हेतु एक प्रभावी मंच प्रदान करना कार्यक्रम का उद्देश्य है। सम्मेलन में 21प्रमुख विषय रखा गया है । जिसमें खान योजना डिजाइन और क्लोजर , उभर्ती खनन पद्धतियां, संख्यात्मक मॉडलिंग का, अनुप्रयोग , खनन उपकरण और खान यंत्रीकरण अधिक गहराई में निक्षेपओं का निष्कर्षण सेल यांत्रिकी केविंग क्रिया विधि और भू- धंसान अधि यात्रिकी आदि शामिल है। राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में सांसद पीएन सिंह, विधायक राज सिन्हा , कुलपति , धनबाद डीसी अमित कुमार , एसएसपी किशोर कौशल , एसपी समेत वैज्ञानिक , इंजीनियर्स शामिल थे। इस राष्टीय सम्मेलन का समारोह 15 फरवरी की शाम 4:00 बजे होगी । खान एवं भूविज्ञान विभाग झारखंड सरकार के सचिव सह उपायुक्त अब्बू बकर सिद्दीकी मुख्य अतिथि होंगे।
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