ज्यादा सीटों पर लड़ने को लेकर NDA और UPA के बीच जारी है घमाशान.
सिटी पोस्ट लाइव : आगामी विधान सभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कहाव लड़ने को लेकर अभी से महागठबंधन और NDA के बीच बिहार में घमाशान शुरू हो चूका है. सभी घटक दल ज्यादा से ज्यादा सीटों के लिए बड़े दलों पर दबाव बनाने में जुटे हैं.JDU BJP के बड़े भाई की अपनी पुरानी भूमिका में आने के लिए बेताब है वहीँ BJP इसबार बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए नीतीश कुमार पर दबाव बनाने में जुटी है.इसी तरह से कांग्रेस पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने के लिए RJD पर दबाव बनाने में जुटी है.
तीन राज्यों में हाल में हुए चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस विधानसभा चुनाव में पहले से अधिक सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है. महागठबंधन में पार्टी इसके लिए दबाव बनाएगी. पार्टी यह तर्क भी दे रही है कि जब महागठबंधन से जदयू अलग हो चुका है तो ऐसे में महागठबंधन में दूसरा सबसे बड़ा दल कांग्रेस ही है. स्वाभाविक रूप से तब कांग्रेस को अधिक सीटें मिलनी चाहिए.दूसरी तरफ जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी भी तेजस्वी पर दबाव बनाए हुए हैं.जीतन राम मांझी ने तो दो उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग तक कर दी है.
महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर खेला तेज हो गया है. बिहार कांग्रेस ने क्लीयर कर दिया है कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के नेता नहीं है .पार्टी के विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने साफ किया है कि महागठबंधन का नेता कौन होगा यह तय नहीं है. जब तक सभी सहयोगी दल इस पर साथ बैठ कर बातचीत कर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचेंगे तब तक यह कैसे कहा जा सकता है कि हमारे गठबंधन का नेता कौन है.
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