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चासनाला हादसाः 44वीं बरसी पर नम आंखों से हादसे को किया गया याद

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चासनाला हादसाः 44वीं बरसी पर नम आंखों से हादसे को किया गया याद
सिटी पोस्ट लाइव, धनबाद: आज के दिन ही विश्व के सबसे बड़े खदान हादसों में एक कोयलांचल के चासनाला खदान में 375 मजदूरों की जलसमाधि हुई थी। कोयलांचल इस काले दिन को कभी नहीं भूल पाएगा। लोगों ने नम आंखों से उस भयावह घटना को याद किया। घटनाक्रम के मुताबिक दोपहर के 1:35 बजे थे और सेल कोलियरीज डिवीजन की चासनाला कोलियरी में अचानक यह दिल दहलाने देने वाली घटना उस समय हुई जब जब खदान के अंदर बांध टूटने से पानी भर जाने की वजह से काम कर रहे 375 मजदूरों को जान गंवानी पड़ी थी। इस हादसे को लेकर 1979 में `काला पत्थर’ नाम की फिल्म बनी थी जिसमें अमिताभ बच्चन, शशि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा सहित कई कलाकारों ने काम किया था। फिल्म की शूटिंग झरिया के खदानों में हुई थी। फिल्म में इस हादसे में अधिकारियों की लापरवाही को प्रमुखता के साथ दर्शया गया था। चासनाला कोलियरी के डीप माइंस खदान से रिसने वाले पानी को जमा करने के लिए यहां बांध बनाया गया था। अधिकारियों को हिदायत दी गयी थी कि बांध के 60 मीटर के आसपास किसी प्रकार की ब्लास्टिंग नहीं की जानी चाहिए। लेकिन अधिकारियों ने कोयला निकालने के चक्कर में इन आदेशों को नजरअंदाज कर हेवी ब्लास्टिंग कर दी, जिसके बाद खदान में काम कर रहे सभी 375 मजदूर काल के गाल में समा गए थे। घटना के बाद मृतकों की सही प्रकार से पहचान नहीं हो पाई थी। न ही प्रबंधन के पास कोई आंकड़ा था। महीनों बाद पानी कम होने पर खदान के अंदर सड़े-गले शवों के कपड़े और खदान में काम करते वक्त इस्तेमाल की जाने वाली कैप लेम्प से मृतकों की पहचान की गई थी। घटना के बाद प्रबंधन की ओर से शहीद खनिकों की याद में शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया। इस घटना की याद में शहीद स्मारक पर आज के दिन हर वर्ष दोपहर 1.35 बजे सायरन बजाया जाता है और यहां सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है। शहीद वेदी पर प्रबंधन, मजदूर नेताओं व परिजनों द्वारा श्रद्धांजलि दी जाती है।

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