तेजस्वी यादव समेत CONG और RLSP के कई बड़े नेताओं के खिलाफ केस दर्ज.
सिटी पोस्ट लाइव : नागरिकता संशोधन कानून (CAA)और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ RJD के बिहार बंद में भाग लेना विपक्ष के कई नेताओं के लिए महंगा सौदा साबित होनेवाला है. पुलिस ने बंद के दौरान हिंसा और प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रदर्शन का मामला कई नेताओं के खिलाफ दर्ज कर दिया है. बंद के दौरान प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा, उपद्रव, सड़क जाम और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में पटना जिला प्रशासन ने 27 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. मजिस्ट्रेट सरोज कुमार तिवारी के बयान पर पटना के कोतवाली थाना में इन सभी नेताओं को आरोपी बनाते हुए केस दर्ज किया गया है.
RJD के नेता तेजस्वी यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, पार्टी के वरीय नेता शिवानन्द तिवारी और विधायक भाई वीरेंद्र और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, एमएलए शकील अहमद के खिलाफ प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन करने का मामला दर्ज हुआ है. रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा समेत प्रशासन ने सैकड़ों अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया है. इन सभी पर आईपीसी की धारा 188, 147, 148, 353, 504 समेत कई धाराएं लगाई गई हैं.
गौरतलब है कि शनिवार को बिहार बंद के दौरान पटना पुलिस ने उत्पात मचाने वालों के साथ कोई सख्ती नहीं की. उन्हें उपद्रव करने और मीडिया से मारपीट करने के लिए छोड़ दिया था. राज्य पुलिस मुख्यालय ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन पटना पुलिस कार्रर्रवाई से बचती रही. निजी चैनल के पत्रकार प्रकाश सिंह ने भी कोतवाली थाने में केस दर्ज कर अज्ञात असमाजिक तत्वों पर हमला करने का आरोप लगाया है. पत्रकार द्वारा दर्ज केस को लेकर पटना के एसएसपी लॉ एंड आर्डर स्वर्ण प्रभात ने कार्रवाई का दावा किया है.
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