‘पीके’ पर फिरंट हैं जेडीयू के नेता, नीरज के बाद अरविंद निषाद का अटैक-‘2010 भी याद कीजिए’
सिटी पोस्ट लाइवः सिटीजन अमेंडमेंट बिल को लेकर जेडीयू के अंदरखाने कलह सुलगी हुई है। पार्टी ने इस बिल का समर्थन किया है लेकिन पार्टी के कई बड़े नेताओं ने इस बिल का विरोध किया है। बिल का विरोध करने वाले नेताओं की लिस्ट लंबी हो चली है। जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर तो लगातार पार्टी के फैसले के खिलाफ बयान दे रहे हैं।
कल उन्होंने जेडीयू को 2015 का विधानसभा चुनाव भी याद दिलाया था। पीके ने अपने ट्वीट में लिखा था कि सीएबी के समर्थन से पहले जेडीयू को 2015 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखना चाहिए था जब उसे लोगों ने वोट देकर जिताया था। प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद जेडीयू के प्रवक्ता लगातार अपनी हीं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर हमलावर हैं। पहले बिहार सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता नीरज कुमार ने हमला बोला और अब जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने भी प्रशांत किशोर पर अटैक किया है। इशारों इशारों में अरविंद निषाद ने पीके पर हमला किया है।
माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को किसी से सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।
नीतीश कुमार जी की महती कृपा है कि उन्होंने जिनके साथ चुनाव लड़ा वो विधायक बनकर उपमुख्यमंत्री बना और आज नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर विराजमान है।
2015 के रट लगाने वाले 2010 भी याद रखें। https://t.co/FVc9jOHAZG
— Arvind Nishad (@Arvind_Nisaad) December 12, 2019
जेडीयू प्रवक्ता ने पीके को 2010 का चुनाव भी याद रखने की नसीहत दी है। जेडीयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने अपने ट्वीट में लिखा है कि-‘माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को किसी से सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। नीतीश कुमार की जी महती कृपा है कि उन्होंने जिनके साथ चुनाव लड़ा वो विधायक बनकर उपमुख्यमंत्री बना और आज नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर विराजमान हैं। 2015 की रट लगाने वाले 2010 भी याद रखें।’