BJP अध्यक्ष संजय जायसवाल के खिलाफ वारंट को लेकर सियासत तेज.
सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव के दौरान हुई एक हिंसक झड़प में नामजद बनाए गए बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) के खिलाफ वारंट जारी होने को लेकर बिहार में राजनीति तेज हो गई है. सत्ता पक्ष इसे विपक्ष की शाजिश बता रहा है वहीं विपक्ष तुरत संजय सवाल की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. गौरतलब है कि लोक सभा चुनाव के दौरान हुई एक हिंसक झड़प के मामले में अभियुक्त बनाए गए संजय जायसवाल की गिरफ्तारी का आदेश मोतिहारी पुलिस ने दिया है. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन सांसद संजय जायसवाल को घोड़ासहन थाना कांड संख्या 165/19 में अभियुक्त बनाया गया था.
संजय जायसवाल ने 23 अगस्त 2019 को बिहार के डीजीपी को पत्र लिखकर इस कांड में न्याय देने की मांग की थी. सांसद संजय जायसवाल ने खुद को पीड़ित बताते हुए कहा था कि घटना को अंजाम देने वालों ने खुद को बचाने के लिए उन पर झूठा केस दर्ज करवा दिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने साफ किया था कि लोकसभा चुनाव 2019 में वो बीजेपी के प्रत्याशी थे और 12 मई को वोटिंग के दिन शेखौना के लोगों ने फोन कर उन्हें बताया कि बूथ संख्या 162 और 163 पर एक समुदाय विशेष के लोग वोटिंग से रोक रहे हैं और मारपीट कर रहे हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि इसकी सूचना हमने तत्काल अधिकारियों और रिटर्निंग ऑफिसर की दी. फिर मैं उस बूथ पर पहुंचा तो देखा कि कई मतदाता घायल हैं.
जायसवाल ने पत्र में लिखा है कि जब वो गांव में पहुंचे तो उग्र भीड़ ने मुझे घेर लिया. पत्थरबाजी के बाद भीड़ मुझ पर लाठी से वार करने लगे. अगर हमारे बॉडीगार्ड फायरिंग नहीं करते तो मेरी हत्या कर दी जाती. यह सबकुछ घोड़ासहन थानेदार और पीठासीन पदाधिकारी के सामने हुआ.
संजय जायसवाल के करीबियों के अनुसार जिस केस में पुलिस ने गिरफ्तारी का आदेश दिया है, उस मामले में संजय जायसवाल से कोई पूछताछ ही नहीं हुई है. पुलिस ने बिना पूछताछ के ही पीड़ित को ही आरोपी बना दिया और गिरफ्तारी का आदेश दे दिया है.बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा यह विपक्ष की साजिश है. संजय जायसवाल को विपक्ष द्वारा फंसाने की कोशिश की जा रही है. लेकिन सभी पहलुओं पर विपक्ष को कानूनी रूप से भी जवाब दिया जाएगा.
आरजेडी ने तंज कसते हुए कहा है कि जेडीयू और बीजेपी की लड़ाई अब सतह पर आ गई है. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जेडीयू के लोग बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को ही गिरफ्तार कराना चाहते हैं ताकि 2020 के चुनाव में वह सीट को लेकर बारगेनिंग कर सके. तिवारी ने कहा कि बिहार विधानसभा 2020 के पहले ही जेडीयू और बीजेपी के बीच की लड़ाई जनता के सामने भी सड़क पर दिखने लगेगी.
आरजेडी के तंज पर जेडीयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि पूरा मामला उन्हें पता नहीं है. लेकिन जेल जाने की आदत तो आरजेडी के नेताओं की है. इसलिए ऐसी छोटी घटनाओं को लेकर आरजेडी के लोग यह सोच रहे हैं कि जेडीयू और बीजेपी के स्वाभाविक गठबंधन पर कोई आंच आने वाली है तो वह गलतफहमी में जी रहे हैं. प्रसाद ने कहा कि आरजेडी समेत महागठबंधन के तमाम दलों की यही संस्कृति रही है कि एक दूसरे के खिलाफ भी रहे और साथ में एकजुटता भी दिखाएं. लेकिन महागठबंधन में शामिल तमाम लोगों को तमाम दलों को शायद यह नहीं पता कि जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं बल्कि बिहार के विकास के लिए एक स्वाभाविक गठबंधन है.महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता राजेश राठौर ने बिहार पुलिस से जल्द से जल्द संजय जायसवाल की गिरफ्तारी की मांग की है.
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