सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के सभी विद्यालयों में 2 अक्टूबर से गांधी कथा वाचन की परंपरा की शुरुआत करने का निर्देश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया था. सरकार की योजना के तहत सभी स्कूलों में प्रार्थना सत्र के दौरान गांधी वाचन किया जाना है.इसके लिए शिक्षा विभाग के जन शिक्षा निदेशालय द्वारा तीसरी से आठवीं कक्षा तक के लिए बापू की पाती और 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए एक था मोहन नामक दो किताबें प्रकाशित कर सभी स्कूलों को उपलब्ध कराई थी.
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा मुख्यमंत्री के इस आदेश का पालन स्कूलों में हो रहा है या नहीं ये जानने के लिए पहुँच गए एक स्कूल में औचक निरिक्षण करने. गुरुवार को शिक्षा मंत्री पटना के बालक मध्य विद्यालय अदालतगंज जाकर स्कूल अचानक पहुँच गए. मंत्री के अचानक औचक निरिक्षण को लेकर शिक्षकों के बीच अफरा तफरी मच गया. शिक्षा मंत्री के औचक निरिक्षण का मकसद ये जानना था कि गांधी कथा वाचन का पाठ बच्चों को पढ़ाया जा रहा है या नहीं.शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति अच्छी थी और प्रार्थना के बाद बच्चों को गांधी कथा वाचन का पाठ पढ़ाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि स्कूल की व्यवस्था से वो संतुष्ट हैं.
शिक्षा मंत्री ने सभी शिक्षा पदाधिकारियों को विद्यालयों के नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया है.उन्होंने कहा कि निरीक्षण के क्रम में ये देखना है कि विद्यालयों में उन्नयन योजना के तहत बच्चों को पढ़ाया जा रहा है या नहीं? विद्यालयों में बापू कथा वाचन किया जा रहा या नहीं.
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