City Post Live
NEWS 24x7

किसानों की मांग को लेकर कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन ,बैल गाडी पर हुए सवार

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्टलाईव:शुक्रवार को कर्नाटक परकरण के विरोध में तेजस्वी ने राजभवन मार्च किया .राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दवा ठोका.भला ऐसे में कांग्रस भी चुप कैसे बैठे रह सकती है.शनिवार को किसानों की जमीन के अधिग्रहण और पर्याप्त मुआवजा न देने के विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पटना में विरोध प्रदर्शन किया. दोपहर करीब तीन बजे सदाकत आश्रम से जुलूस की शक्ल में कांग्रेसी कार्यकर्ता निकले.मिडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचने के लिए कांग्रेसी नेता देशी अंदाज में दुल्हन की तरह सजी-संवारी दो बैलगाड़ी पर सवार होकर निकले .अखबारों में अपनी तस्वीर छपवाने के लिए और टीवी चैनलों पर अपना चेहरा चमकाने के लिए मिडिया के आगे पीछे करनेवाले कांग्रेसी नेता जब बैल गाडी पर शहर में निकले तो उनकी तस्वीर लेने के लिए मीडियाकर्मी बेचैन हो उठे.स्शाहर में भला बैल गाडी वह भी दुल्हन की तरह सजी संवरी कहाँ देखने को मिलती है.

दरअसल कांग्रेस एकबार फिर से दौड़ लगाना चाहती है.कभी उसके बैशाखी नीतीश कुमार हुआ करते थे.उनकी वजह से विधान सभा में ज्यादा सीटें मिली और ज्यादा विधयक भी जीतकर आये.लेकिन नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के बाद उसके पास लालू यादव की बैशाखी ही बची है.बिहार कांग्रेस में नयी जान फूंकने के लिए बिहार प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने ऐड़ी –चोटी का जोर लगा दिया है.उनकी यह कोशिश अब थोडा बहुत रंग भी लाने लगी है.लेकिन अचानक बैशाखी छोड़कर अपने पैर पर दौड़ लगाने  की भूल उसे पूरी तरह से कहीं अपाहिज न बना दे,कांग्रेस प्रभारी आरजेडी से कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं.

लेकिन चुनाव में उनकी हैसियत को आरजेडी नजर-अंदाज ना कर दे साथ साथ देने के साथ साथ कांग्रेस अपनी ताकत भी दिखाने की कोशिश में जुटी है. उसके आज के राज भवन मार्च को उसके शक्ति-परिक्षण के रूप में देखा जा रहा है.शक्ति सिंह को ये भी पता है कि खबर में कैसे बने रहना है.इसी की बानगी के रूप में उन्होंने कांग्रेसियों को बैल गाडी पर सवार कर शहर की सड़क पर उतार दिया.

बैल गाडी पर सवार होकर राज भवन प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेस नेताओं को हड़ताली मोड़ पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की.रोके जाने पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई.कुछ देर तक धक्का-मुक्की हुई फिर प्रदर्शनकारी सड़क पर ही बैठ गए. केंद्र और राज्य की सरकार को किसान विरोधी बताकर नारे लगाने लगे. विरोध प्रदर्शन के चलते करीब एक घंटे तक ट्रैफिक बाधित रहा.

कांग्रेस के नेताओं का 19 सदस्यीय दल राज्यपाल से मिलने पहुंचा और उन्हें ज्ञापन सौंपा.दरअसल ,गेल इंडिया लिमिटेड बिहार में पाइप लाइन बिछाने का काम कर रही है. औरंगाबाद, गया, सासाराम और रोहतास में इसके लिए किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई, लेकिन उन्हें पुराने रेट से मुआवजा दिया जा रहा है.इन किसानों के समर्थन में कांग्रेस सड़क पर उतरी. कांग्रेस ने राज्यपाल से ईन किसानों को उनकी जमीन के बदले उपयुक्त मुआवजा दिए जाने की मांग से सम्बंधित ज्ञापन सौंपा.

इस दल में कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी, किशनगंज से सांसद मो. असरारुल हक, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, आनंद शंकर और अन्य नेता थे

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.