केंद्रीय चुनाव आयोग की 3 सदस्यीय टीम दो दिवसीय दौरे पर कल आयेगी झारखंड
पहले दिन बोकारो में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की होगी समीक्षा बैठक
केंद्रीय चुनाव आयोग की 3 सदस्यीय टीम दो दिवसीय दौरे पर कल आयेगी झारखंड
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधाससभा चुनाव की घोषणा के बाद पहली बार केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम 4 नवंबर को दो दिवसीय दौरे पर झारखंड आ रही है। टीम में वरीय उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा, उप निर्वाचन आयुक्त सह झारखंड प्रभारी सुदीप जैन और भारत निर्वाचन आयोग के सचिव सह झारखंड प्रभारी अरविंद आनंद शामिल हैं। पहले दिन सोमवार को चुनाव आयोग की टीम बोकारो जायेगी। वहां उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की समीक्षा की जायेगी तथा 5 नवंबर (मंगलवार) को रांची में दक्षिणी छोटानागपुर और पलामू प्रमंडल की समीक्षा बैठक होगी।
इससे पहले केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम पिछले महीने 17 और 18 अक्टूबर को रांची आई थी और तैयारियों का जायजा लिया था। टीम में केंद्रीय उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन, संदीप सक्सेना और चंद्रभूषण कुमार शामिल थे। इस दौरान राज्य के आला अधिकारियों के अलावा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। सभी दलों को अपनी बातें रखने के लिए छह-छह मिनट के समय दिये गये थे। ज्यादातर विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र और हरियाणा की तर्ज पर झारखंड में भी एक ही चरण में चुनाव कराने की बात कही थी और इस पक्ष में अपने तर्क भी प्रस्तुत किए। वहीं, सत्ताधारी दल भाजपा ने राज्य की भौगोलिक स्थिति का हवाला देते हुए पांच चरणों में चुनाव कराने का सुझाव दिया था। झारखंड में 2009 और 2014 में भी पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराए गए थे। हालांकि भाजपा के सहयोगी दल आजसू ने भी एक ही चरण में चुनाव कराए जाने की बात कही थी। ईवीएम की बजाए बैलेट से चुनाव कराने का मामला भी उठा थी। हालांकि, इस राय से सभी दल सहमत नजर नहीं थे। टीम ने 18 अक्टूबर को सभी जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों से चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर रिपोर्ट ली थी।
झारखंड में 30 नवंबर, 7, 12, 16 और 20 दिसंबर को होगी वोटिंग
झारखंड विधानसभा का चुनाव 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 5 चरणों में होगा तथा मतगणना 23 दिसंबर को मतगणना होगी। पिछली बार भी राज्य में पांच चरण में मतदान हुआ था। घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गया। पहले चरण में 30 नवंबर को 13 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होगा और मतदाता अपना पसंदीदा विधायक के लिए वोट डालेंगे। दूसरे चरण में 7 दिसंबर को 20 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण में 12 दिसंबर 17 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जायेंगे, चौथे चरण में 16 दिसंबर 15 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे तथा पांचवें व अंतिम चरण में 20 दिसंबर 16 विधायकों को चुनने के लिए मतदान होगा। मतगणना 23 दिसंबर को होगा।
13 जिले अति नक्सल प्रभावित और 19 नक्सल प्रभावित
झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं। इसमें 9 एससी और 28 एसटी के लिए सुरक्षित हैं। सूबे के 24 में से 19 जिले नक्सल प्रभावित हैं। 13 अति नक्सल प्रभावित जिले हैं। झारखंड चुनाव के लिए केंद्र और राज्य के सशस्त्र बलों की 90 टुकड़ियां तैनात की जाएंगी।
झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को खत्म होगा
81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को खत्म हो रहा है। राज्य में अभी भाजपा और आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) की गठबंधन की सरकार है। बहुमत के लिए 41 का आंकड़ा जरूरी है। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 37 और आजसू को 5 सीटें मिली थीं। बाद में झारखंड विकास मोर्चा के 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। अभी भाजपा के पास 43 विधायक हैं।
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