दीपावली में रंगोली बनाने का जानिए महत्व, घर की सजावट में चार चांद लगाती है
सिटी पोस्ट लाइव : दीपों के पर्व दीपावली के अवसर पर मां लक्ष्मी का घर में स्वागत करने के लिये रंगोली बनाने की परंपरा रही है। दीपावली के अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लोग मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर की साफ-सफाई कर सजाते हैं और रंग-बिरंगी रंगोली बनाते हैं। रोशनी के साथ-साथ यदि घर में रंगोली बन जाए तो घर की सजावट पर चार चांद लग जाते हैं। रंगोली के तरह तरह के रंग और उसके भाव मन में आनंद और उत्साह का संचार करते हैं।
रंगोली की परपंरागत तरीके की बात की जाए तो इसमें चावलों का प्रयोग किया जाता है। आप भी चावल को हल्दी व कुमकुम की मदद से पीले व लाल कलर में रंग लें और उसकी मदद से रंगोली तैयार करें। इसके अतिरिक्त चावल के आटे को घोलकर भी रंगोली बनाई जा सकती है। गांवों में आज भी लोग इस तरह की रंगोली तैयार करते हैं। इसे मांडना कहकर पुकारा जाता है। वहीं चावल को बारीक पीसकर सिर्फ तीन उंगलियों की मदद से भी रंगोली तैयार की जाती है। इस तरह की रंगोली ज्यादा बंगाली लोग दुर्गा पूजा व दीवाली के अवसर पर तैयार करते हैं।
मां लक्ष्मी के साथ रंगोली दीवाली पर घर में आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए भी बनाई जाती है। दीपावली के अवसर पर घरों को अलग-अलग तरह से सजाया जाता है। कुछ लोग पूरे घर को दीयों से रौशन करते हैं तो कुछ इलेक्ट्रकि लाइटों से लेकिन जब तक घर को रंगोली से नहीं सजाया जाए कुछ अधूरा सा लगता है। माना जाता है कि बिना रंगों के हर खुशी अधूरी है, इसी वजह से देश में लगभग हर बड़े त्योहार पर रंगोली बनाने की परंपरा है। दीवाली पर लोग रंगोली को जरूर बनाते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी रंगोली से खुश होती हैं। कहा जाता है कि मां लक्ष्मी अपने कुमकुम लगे पैरों से वहीं प्रवेश करती हैं, जहां साफ-सफाई और रचनात्मकता होती है और रंगोली उसी रचनात्मकता का प्रमाण है।
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