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अभिजीत बनर्जी की PM से मुलाक़ात, कहा-मोदी देश को लेकर अलग सोचते हैं.

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अभिजीत बनर्जी की PM से मुलाक़ात, कहा-मोदी देश को लेकर अलग सोचते हैं.

सिटी पोस्ट लाइव : नोटबंदी  और फिर भारत की सुस्त होती अर्थ-व्यवस्था  पर अपने दिए गए बयान को लेकर बीजेपी के निशाने पर आये इस साल के अर्थशास्त्र के नोबेल विजेता प्रोफ़ेसर अभिजीत बनर्जी ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की. मोदी ने अभिजित बनर्जी की तस्वीर के साथ ट्विटर पर पोस्ट पर लिखा है, “नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी से बेहतरीन मीटिंग हुई. मानव सशक्तीकरण के प्रति उनकी धुन स्पष्ट रूप से सबके सामने है. कई विषयों पर बनर्जी से विस्तार में चर्चा हुई. अभिजीत की उपबल्धि पर भारत को गर्व है. भविष्य के लिए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं.”

पीएम मोदी से मुलाक़ात के बाद अभिजीत बनर्जी ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी से मिलने का सौभाग्य हासिल हुआ. प्रधानमंत्री ने मुझे पर्याप्त वक़्त दिया और उन्होंने बताया कि वो भारत के बारे में क्या सोचते हैं. अभिजीत ने कहा कि मोदी देश के बारे में जो सोचते हैं वो बिल्कुल अलग है. पीएम ने अपनी नीतियों को लेकर बात की. वो चीज़ों को कैसे लागू कर रहे हैं इस पर भी बात की. पीएम ने बताया कि कैसे ज़मीन पर शासन में अभिजनों का नियंत्रण था. मोदी ने ये भी बताया कि वो कैसे ब्यूरोक्रेसी में सुधार लाने की कोशिश कर रहे हैं. भारत के लिए यह बहुत अहम है कि अधिकारी लोगों के प्रति ज़िम्मेदार बनें. उन्होंने इस बेहतरीन मुलाक़ात के लिए पीएम मोदी को शुक्रिया अदा किया.

अभिजीत बनर्जी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के आलोचक रहे हैं.2016 में जब पीएम मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की तो अभिजीत बनर्जी ने इसे मूर्खतापूर्ण क़दम बताया था. इसके साथ ही बनर्जी ने भारत में आर्थिक वृद्धि मापने के तरीक़ो की भी आलोचना करते हुए डेटा को संदिग्ध बताया था.अभिजीत बनर्जी को नोबल मिला तो भारत सरकार की तरफ़ से कोई गर्मजोशी भरी प्रतिक्रिया नहीं आई थी. यहां तक कि रेल और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अभिजीत बनर्जी को वामपंथी विचारधारा वाला बताया और कहा कि उनके आइडिया को भारत की जनता ने ख़ारिज कर दिया है.गौरतलब है कि  अभिजीत बनर्जी ने 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस के घोषणापत्र बनाने में न्याय स्कीम को लेकर मदद की थी, जिसमें देश के सबसे ग़रीब 20 फ़ीसदी परिवारों के खाते में हर साल 72 हज़ार रुपए ट्रांसफर करने का वादा था.लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस आम चुनाव में बुरी तरह से हार गई थी. इसी को लेकर अभिजीत बनर्जी पर निशाना साधते हुए पीयूष गोयल ने कहा था कि भारत की जनता ने उनके आइडिया को नकार दिया है.

पीयूष गोयल बाक़ी मीडिया को दिए जवाब में अभिजीत बनर्जी ने कहा था कि उन्हें लगता है कि इस तरह की टिप्पणी से कोई मदद नहीं मिलेगी. उन्हें  अपने काम के लिए नोबेल मिला है.उनके काम पर सवाल खड़ा करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा. अगर बीजेपी भी कांग्रेस पार्टी की तरह अर्थशास्त्र को लेकर सवाल पूछेगी तो क्या वो सच नहीं बताएगें.उन्होंने कहा कि वो एक प्रोफ़ेशनल हैं.वो सभी के लिए हैं. किसी ख़ास पार्टी के लिए नहीं हैं. अर्थव्यवस्था को लेकर जो उनकी जो समझ है वो पार्टी के हिसाब से नहीं बदलेगी. अगर कोई उनसे सवाल पूछेगा तो वो सवाल पूछने के मक़सद पर सवाल नहीं खड़ा करेगें बल्कि उन सवालों का जवाब देगें.

अभिजीत और फ़्रांसिसी मूल की उनकी पत्नी अमरीका के मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में अर्थशास्त्र के प्रोफ़ेसर हैं.अभिजीत बनर्जी पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार को निशाने पर लिया था. राहुल ने ट्वीट कर कहा, “प्रिय अभिजीत बनर्जी, नफ़रत ने इन हठियों को अंधा बना दिया है. इन्हें इस बात का कोई इल्म नहीं है कि एक प्रोफ़ेशनल क्या होता है. आप दशकों तक कोशिश करते रह जाएंगे लेकिन ये नहीं समझेंगे. इतना तय है कि लाखों भारतीयों को आपके काम पर गर्व है.”

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