City Post Live
NEWS 24x7

झारखण्ड से बीजेपी ने नहीं लिया सबक -बिहार में कर्नाटक को बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

सिटीपोस्टलाईव:बिहार में कर्नाटक को बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस.बीजेपी ने झारखण्ड और उत्तर प्रदेश से सबक नहीं लिया .उत्तर प्रदेश में और फिर 2005 में झारखण्ड में राज्यपाल के गलत फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का जो आदेश आया अगर उसका तनिक भी बीजेपी नेता ध्यान रखते तो विपक्ष को बैठे-बिठाए उसके खिलाफ इतना बड़ा मुद्दा नहीं मिलता .2005 में झारखण्ड में राज्यपाल के जिस गलत फैसले का बीजेपी ने विरोध किया और वह सुप्रीम कोर्ट गई ,उसी तरह कर्नाटक के राज्यपाल के फैसले के विरोध में कांग्रेस कोर्ट चली गई. जैसा कि सिटीपोस्ट ने एक दिन पहले ही आशंका जता दिया था कि झारखण्ड और उत्तर-प्रदेश की तर्ज पर इसबार भी कर्नाटक प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट फैसला देगा.यानी राज्यपाल के फैसले खिलाफ एक या फिर दो दिनों के अन्दर बहुमत साबित करने को कह सकता है.यहीं हुआ .अब कोर्ट ने 15 दिन हॉर्स ट्रेडिंग के लिए न देकर दुसरे दिन ही बहुमत साबित करने का आदेश बीजेपी के मुख्यमंत्री यदुरप्पा को दे दिया है.बिहार में कर्नाटक को बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस.

यदुरप्पा का शनि गृह कितना मजबूत है यह तो शक्ति परिक्षण के बाद ही पता चलेगा. लेकिन ये तो अभी तय हो गया है कि बिहार में कर्नाटक को बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस.आरजेडी नेता तेजस्वी तो कर्नाटक की तर्ज पर राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा थोक ही चुके हैं.अब कांग्रेस भी बिहार में  लोकसभा चुनाव 2019 के पहले  घूम-घूम कर आम आवाम को भाजपा के कथनी और करनी के बीच के फर्क को समझाने की कोशिश करेगी.बिहार कांग्रेस की भावी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल पटना पहुंच चुके हैं. वे अगले दो दिन यहां रहेंगे और कर्नाटक के मसले पर स्थानीय नेताओं से विमर्श कर आगे की रणनीति तय करेगें.

बिहार में कर्नाटक को बड़ा मुद्दा बनाएगी कांग्रेस.पहले मणिपुर, इसके बाद गोवा और मेघालय में बहुमत में आने के बाद भी उसे सरकार बनाने से रोकने को कांग्रेस भुनाने की कोशिश करेगी. पार्टी प्रखंड, पंचायत से लेकर जिला स्तर तक प्रदर्शन करेगी . जिला-प्रखंड के अध्यक्षों को पार्टी की ओर से यह दायित्व सौंपा जा रहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बीजेपी के खिलाफ हवा बनाने के लिए विशेष अभियान की शुरुवात करें. प्रखंड और जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन के साथ ही पार्टी के नेता घर-घर जाकर लोगों से संपर्क साधेंगे और ये समझाने की कोशिश करेगें कि किस तरह से बीजेपी निति की राजनीती छोड़ राज की नीति पर चल रही है.बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी कहते हैं कि कानून और संविधान राज्यों की सीमा के आधार पर नहीं बदलते .पूरे देश में समान रूप से कानून लागू होते हैं.जिस तरह से कर्नाटक में बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को सरकार बनाने का पहला मौका मिला उसी तरह से बिहार में आरजेडी को मिलना चाहिए.

 

यह भी पढ़े:कर्नाटक का फैसला वही जो गुजरात ‘वाला’ चाहे

 

 

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.