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शिवहर के 42 प्राईवेट स्कूलों का निबंधन समाप्त, शिक्षा विभाग ने दी कार्रवाई की चेतावनी

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शिवहर के 42 प्राईवेट स्कूलों का निबंधन समाप्त, शिक्षा विभाग ने दी कार्रवाई की चेतावनी

सिटी पोस्ट लाइवः शिवहर जिले में 42 प्राइवेट स्कूलों का निबंधन अवधि समाप्त हो जाने के कारण शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि शीघ्र ही जिनका निबंधन अवधि समाप्त हो गया है वह विद्यालय अपना रिनुअल करा ले अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के संभाग प्रभारी के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार शिवहर जिले में सैकड़ो प्राइवेट विधालय छोटे-बड़े चल रहे हैं फिर भी 50 प्राइवेट विद्यालय ने वर्ष 2017 में ही अपना निबंधन कराया था परन्तु रिनुअल नहीं करा पा रहे हैं जिसके कारण शिवहर शिक्षा विभाग के द्वारा नोटिस भेजकर अनुरोध किया जाएगा कि हुए शीघ्र अपना रिनुवल करा ले अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

डीएवी के नरहा का ब्रांच शिवहर,आस्था विद्या निकेतन, स्वामी विवेकानंद शिवहर, ओरिएंटल पब्लिक स्कूल शिवहर ,ज्ञानलोक पब्लिक स्कूल शिवहर, विद्या विहार शिवहर ,सीक्रेट हार्ड मिशन शिवहर ,लिटिल जॉन शिवहर आदि का निबंधन अवधि समाप्त हो चुका है। वही पिपराढी प्रखंड क्षेत्र के धनकौल झां सिक्रेटरी स्कूल, पिपराढी चैक पर स्थित दुर्गा पब्लिक स्कूल, डुमरी कटसरी धनहारा चैक स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल सहित जिले के 42 प्राइवेट स्कूलों का निबंधन अवधि समाप्त हो चुका है जबकि डीएवी स्कूल जो नरहा का ब्रांच है वह भी अभी तक निबंधन नहीं कराया है उनको भी नोटिस भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। शिवहर जिले के एकमात्र ही केएनएस पब्लिक स्कूल कुशहर शिवहर ही वर्ष 2018 में अपने विद्यालय का निबंधन कराया था। गौरतलब हो कि किसी भी प्राइवेट विद्यालय का निबंधन कराने के लिए विद्यालय का कमरा अगर 15ध्20 का है तो उसमें 40 बच्चे के अनुपात में योग्य शिक्षक की प्रतिनियुक्ति करना है एवं स्वच्छ कमरा ,शौचालय ,बिजली ,पंखा,बच्चे को पढ़ाने के लिए सारे उपकरणों जैसे कंप्यूटर, पुस्तकालय आदि के साथ साथ बच्चों को खेलने के लिए बरामदा के साथ साथ एक मैदान भी होनी चाहिए को निबंधन आवेदन पर दर्शाना होता है। इससे पहले विद्यालय किसी ट्रस्ट या एनजीओ के तहत संचालित हो।

गौरतलब हो कि वर्ष 2011 में 60 विद्यालयों ने निबंधन कराया था, वर्ष 2013- 14 में भी 42 विद्यालयों ने निबंधन कराया था, वर्ष 2017 में भी 50 प्राइवेट विद्यालय निबंधित थे,एवं वर्ष 2018 में एकमात्र विद्यालय केएनएस पब्लिक स्कूल में ही निबंधित है। कई सामाजिक संगठनों ने बताया है कि शिक्षा विभाग के लचीले रवैया के कारण प्राइवेट विद्यालयों के द्वारा रिनुअल नहीं कराया जा रहा है क्योंकि वह सरकार के नियम के तहत नहीं आ पा रहे हैं,बच्चे को स्वच्छ वातावरण में शिक्षा को लेकर प्राइवेट विद्यालय हमेशा चिंतित रहते हैं परंतु जिस वातावरण एवं आधुनिक सुविधा में बच्चों को शिक्षा देना है उसके रूल एंड रेगुलेशन को प्राइवेट विद्यालय पूरा करने में असमर्थ होते हैं सरकार के नियम को पूरा करने में असमर्थ रहने के कारण ही प्राइवेट विद्यालय की निबंधन अवधि समाप्त होने के बाद भी रिनुअल नहीं करा पा रहे हैं।

जबकि कई विद्यालयों के संचालकों ने बताया है कि शिक्षा विभाग के द्वारा हमें समय पर नोटिस नहीं देने के कारण जानकारी उपलब्ध नहीं होती है, फिर भी हम लोग सरकार के नियम के तहत विद्यालय संचालित करते हैं, कई विद्यालय संचालकों ने बताया है कि अगर हमें शिक्षा विभाग के द्वारा सूचना दी जाए तो हम सरकार के नियम के तहत रहेंगे।

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