‘बीजेपी, मोदी, अंबानी, अडानी और आरएसएस के खिलाफ खुलकर लड़े हैं राहुल गांधी, इस्तीफे की जरूरत नहीं’
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में महागठबंधन की करारी हार के बाद राजद-कांग्रेस के बीच के रिश्ते तल्ख होते नजर आ रहे थे। दोनों ओर से आने वाले बयान इस अंदेशे को जन्म दे रहे थे कि हार पर तकरार बढ़ेगी और राजद-कांग्रेस के रिश्ते धीरे-धीरे तल्ख होंगे क्योंकि हार के बाद ठीकरा फोड़ने के लिए सर ढूंढा जा रहा है लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है। वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं और उनकी सुर में सुर मिलाया है।
लालू यादव ने ट्वीट किया है। भाजपा, मोदी, अंबानी अडानी और आरएसएस के खिलाफ खुलकर कोई लड़ा है तो वो सिर्फ राहुल गांधी हीं हैं। इसलिए बदलने की जरूरत राहुल गांधी को नहीं है बल्कि बदलने की जरूरत उन बुजुर्ग नेता नेताओं को है जो अपने एसी कमरो में सोफा पर बैठे रहते हैं फिर भी सीडब्लयूसी में बैठे हैं। युवाओं एवं जुझारू नेताओं को जगह दें।’ लालू यादव ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद पहली बार ट्वीटर पर वापसी की है।
भाजपा, मोदी, अंबानी अडानी और RSS के खिलाफ खुलकर अगर कोई लड़ा है तो वो सिर्फ राहुल गाँधी जी है।
इसलिए बदलने की जरूरत राहुल गाँधी को बल्की बदलने की जरूरत उन बुजुर्गों नेताओं की है जो अपने AC कमरों में सोफा पर बैठे रहते है फिर भी CWC में बैठे है
युवाओं एवं जुझारू नेताओं को जगह दे
— Lalu Prasad Yadav (Parody) (@ModiLeDubega) May 28, 2019
चुनाव के दौरान भी लालू अक्सर अपने राजनीतिक विरोधियों पर ट्वीटर के जरिए हीं हमलावर रहे हैं। हांलाकि नतीजों के बाद रांची के रिम्स से यह खबर आयी कि बिहार में राजद का सूपड़ा साफ होने पर वे बहुत तनाव में हैं और खाना पीना छोड़ दिया है, उनकी तबियत भी बिगड़ रही है। हांलाकि लालू ने ट्वीट कर यह संदेश दे दिया है कि तमाम मुश्किलों के बाद भी उनके राजनीतिक हमलों की धार कुंद नहीं पड़ी है।
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