एक्सक्लूसिव इंटरव्यूः ‘पैदल दिल्ली पहुचना चाहते हैं रघुवंश, दुर्गा बनकर राजनीतिक वध करूंगी’
सिटी पोस्ट लाइवः वैशाली लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार वीणा देवी के नामांकन पर लटकी तलवार अब हट गयी है और उनका नामांकन रद्द नहीं हुआ। दरअसल वैशाली से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक पुराने केस का हवाला देते हुए उनके नामांकन को रद्द करने की मांग की थी। रघुवंश प्रसाद इसको लेकर धरने पर भी बैठे थे उनका आरोप था कि वीणा देवी ने अपने चुनावी हलफनामे में एक केस को छिपाया है जिससे उनका नामांकन रद्द होना चाहिए। हांलाकि निर्वाचन आयोग ने वीणा देवी के हलफनामे को सही करार दे दिया है। वीणा देवी ने तर्क दिया था कि जिस केस की बात हो रही है उसकी जानकारी मुझे नहीं है क्योंकि उस केस को लेकर कभी मेरे पास नोटिस नहीं आया है।
सिटी पोस्ट लाइव संवाददाता आशुतोष झा से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वीणा देवी ने कहा कि मेरे उपर कोई मामला नहीं बनता था। मेरी लोकप्रियता को देखकर लोग घबड़ा गये थे। हमारे नेता पीएम मोदी, रामविलास पासवान नीतीश कुमार की लोकप्रियता से भी विरोधी घबड़ा गये थे। एक केस का हवाला देकर उनका नामांकन रद्द कराने की मांग की गयी। मुझ पर कोई केस नहीं है। उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद लड़ाई में नहीं हैं मेरी जीत सुनिश्चित हैं और मैं दुर्गा बनकर रघुवंश प्रसाद का राजनीतिक वध करूंगी। वीणा देवी ने रघुवंश प्रसाद पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल और अपमान का भी आरोप लगाया है। वैशाली से राजद उम्मीदवार राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह पर निशाना साधते हुए वीणा देवी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह पैदल दिल्ली पहुंचना चाहते थे। कभी वे वैशाली के लोगों के हित के लिए धरने पर नहीं बैठे लेकिन अपने निजी स्वार्थ के लिए धरने पर बैठ गये।
उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ रघुवंश प्रसाद सिंह दुष्प्रचार कर रहे हैं। एनडीए सरकार के काम से जनता बहुत प्रभावित है। वहीं वीणा देवी के वकील ने कहा कि 2005 में एक मुकदमा हुआ था जिसे पुलिस ने असत्य पाया और पुलिस ने किसी को मुदालय नहीं बनाया। इस केस को लेकर कोई नोटिस नहीं आया, नहीं कोई जमानती गैरजमानती वारंट जारी हुआ था। यह कोर्ट में पहली पेशी का मामला था चूंकी वीणा देवी को इस केस की जानकारी नहीं थी इसलिए इस केस को लेकर इनकी कोई गलती नहीं थी।
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