सरस्वती पूजा में हुए विवाद को लेकर एक गुट ने पथराव के लिए बनाई थी योजना
सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र के सिकनी गांव में राम नवमी जुलूस पर पथराव करने के लिए पूरी योजना बनाई गई थी। पुलिस की जांच में यह बात स्पष्ट हो गया है। यह विवाद सरस्वती पूजा से ही चला आ रहा है। उसी के बाद से उस गांव में दो धर्म के लोगों के बीच मनमुटाव हो गया था। शनिवार को जब जुलूस निकला तो एक धर्म विशेष के लोगों ने उस पर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव से पहले भी सिकनी गांव के मथानीटोला में बच्चों के द्वारा नारेबाजी को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद बढते-बढते इतना बढ गया कि पथराव शुरू हो गया और फिर पूरा मामला सांप्रदायिक हो गया। एसपी निधि द्विवेदी ने बताया कि पथराव के बाद जब वहां पुलिस जांच करने पहुंची तो दोनों धर्म के लोगों ने अपनी बात रखी। राम नवमी जुलूस में शामिल लोगों ने बताया कि मथानीटोला में जिस स्थान पर उनपर पथराव हुआ वहां से जुलूस को घुमाया जा रहा था। जबकि दूसरे समुदाय के लोगो ने कहा कि वे उनकी गली से पूरा जुलूस निकाल रहे थे। सरस्वती पूजा में भी मथानीटोला में जुलूस निकालने को लेकर विवाद हुआ था। इस बाद भी एक खास समुदाय के लोगों को यह अंदेशा था कि राम नवमी का जुलूस भी उनकी गली से हो कर गुजारा जाएगा इसी वजह से उनलोगों ने पहले से ही अपने घर के छतों पर पत्थर जमा कर रखे थे।
विवाद को लेकर शांति समिति में किसी ने रखी थी बात: थाना प्रभारी
रजरप्पा थाना परिसर में राम नवमी को लेकर आयोजित शांति समिति की बैठक में सिकनी गांव के लोगों ने इस विवाद की जानकारी नहीं दी थी। थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने बताया कि उस गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जुलूस निकालने का निर्णय हुआ था। वहां सरस्वती पूजा में हुए विवाद को लेकर अभी भी बात हो रही है इसकी जानकारी किसी भी व्यक्ति ने नहीं दी थी। उस गांव का पहले ऐसा कोई सांप्रदायिक इतिहास भी नहीं रहा जिसकी वजह से मामला इतना बढ गया।