कौरव-पांडव की सियासी लड़ाईः बिहार में राजद के खिलाफ लड़ेंगे तेजप्रताप और उनके 4 पहलवान
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की नाराजगी और बगावत की खबर पुरानी हो चुकी है क्योंकि तेजप्रताप अब जिस मिजाज में नजर आ रहे हैं न तो वो सिर्फ नाराजगी है या बगावत है बल्कि वो खुला विद्रोह है अपनी हीं पार्टी और उसके नेतृत्व के खिलाफ क्योंकि तेजप्रताप यादव ने पार्टी के अंदर हीं एक मोर्चा बना लिया है और इस मोर्चा के बैनर तले अपने चार उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारने का एलान कर दिया है साथ हीं खुद भी ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान तेजप्रताप यादव ने किया है। यानि कल एक टीवी चैनल से बातचीत में इस लड़ाई को कौरव और पांडव का उदाहरण देकर समझाने वाले तेजप्रताप यादव ने अपने पांडव तैयार कर लिये हैं।
कहा जा सकता है बिहार में कौरव-पांडव की सियासी लड़ाई शुरू हो गयी है। हम किसी को कौरव या पांडव नहीं कह रहे है बल्कि कल तेजप्रताप यादव ने खुद एक टीवी चैनल से की गयी लंबी बातचीत में कहा कि कौरवों के पास भगवान कृष्ण 5 गांव मांगने के लिए गये थे और मैं तो सिर्फ दो सीटें मांग रहा हूं। जाहिर है तेजप्रताप यादव ने संकेतों में बहुत कुछ कह दिया। तेजप्रताप खुद सारण से ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने अपने ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’ के बैनर तले महागठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ चार प्रत्याशी लड़ाने की घोषणा भी कर दी. ये हैं- बेतिया से राजन तिवारी, शिवहर से अंगेश सिंह, जहानाबाद से चंद्रप्रकाश यादव और हाजीपुर से बालेन्द्र दास.तेजप्रताप ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में चारों को पेश कर दावा किया कि ये राजद के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं.
उन्होंने कहा कि पिता लालू प्रसाद और माता राबड़ी देवी का आशीर्वाद उनके साथ हैं. राज्य की 20 लोस सीटों पर मोर्चा राजद के निष्ठावान नेताओं और कार्यकर्ताओं को लड़ाने की कोशिश करेगा। खबर यह भी है कि तेजप्रताप यादव सिर्फ दो या पांच नहीं बल्कि बिहार की तकरीबन 20 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं और इसका एलान भी वो जल्दी कर सकते हैं।
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