बिहार बीजेपी के उम्मीदवारों की पहले पसंद योगी आदित्यनाथ, JDU को है योगी से परहेज
सिटी पोस्ट लाइव : BJP-JDU ने अपने 40-40 स्टार प्रचारक नेताओं की सूची बनाई है.लेकिन मजेदार बात ये है कि चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवार केवल आधे दर्जन नेताओं की ही चुनाव प्रचार के लिए अपने अपने क्षेत्र में मांग कर रहे हैं.बीजेपी में सबसे ज्यादा मांग प्रधानमन्त्री मोदी और राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह की तो है ही लेकिन उनके बाद सबसे ज्यादा मांग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ,कट्टर हिंदुत्ववादी नेता योगी आदित्यनाथ की है. प्रथम और द्वितीय चरण के चुनाव मैदान के प्रत्याशी सबसे ज्यादा योगी को अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए बुलाने की मांग कर रहे हैं. स्थानीय नेताओं की मांग बहुत कम है. यादव बहुल ईलाकों में थोड़ी बहुत मांग बीजेपी के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और बीजेपी के प्रादेश अध्यक्ष नित्यानंद राय की है. नित्यानंद राय खुद चुनाव लड़ रहे हैं इसलिए ज्यादातर जगहों पर यादवों को रिझाने के लिए भूपेंद्र यादव को ही जाना पड़ेगा.
दूसरी तरफ JDU के ज्यादातर प्रत्याशी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा बिहार प्रदेश के उन नेताओं की मांग कर रहे हैं जिनका रिश्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बहुत अच्छा है.सुशील मोदी और मंगल पाण्डेय की मांग सबसे ज्यादा है.जेडीयू के प्रत्याशी कट्टर हिंदुत्वादी छवि के नेताओं से परहेज कर रहे हैं. जेडीयू के किसी प्रत्याशी ने अभीतक योगी आदित्यनाथ की मांग नहीं की है. जेडीयू के नेताओं का कहना है कि बिहार में योगी की कोई जरुरत नहीं है. वो यूपी संभालें, बिहार में नीतीश कुमार का चेहरा ही चुनाव जीतने के लिए काफी है.
जाहिर है नीतीश कुमार किसी भी कीमत पर अपने सेक्यूलर क्रेडेंशियल को बनाए रखना चाहते हैं. वो बीजेपी के साथ सरकार तो चला रहे हैं लेकिन अपने सेक्यूलर क्रेडेंशियल के साथ समझौता को तैयार नहीं हैं. उनकी पार्टी के उम्मीदवार भी इस बात का ध्यान रखते हुए हार्डकोर हिंदुत्ववादी छवि के नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए बुलाने से परहेज कर रहे हैं. उन्हें डर है कि इससे अल्पसंख्यकों की गोलबंदी उनके खिलाफ और बढ़ जायेगी.
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