City Post Live
NEWS 24x7

तेजस्वी को पूर्व विधायक की सलाह-‘लालू की तरह आमलोगों से संवाद करें, खगड़िया पर न रहें संशय’

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

तेजस्वी को पूर्व विधायक की सलाह-‘लालू की तरह आमलोगों से संवाद करें, खगड़िया पर न रहें संशय’

सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर इन दिनों यह आरोप आम है कि वो मीडिया से बातचीत नहीं करते और न हीं अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं और आमलोगों से लालू की तरह संवाद स्थापित करते हैं। जाहिर है लालू की विरासत संभालने वाले तेजस्वी से उम्मीद भी लालू जैसी हीं है। लालू की विरासत जो संभालेगा लोग उसमें लालू देखना चाहेंगे और आरोपों से इस अंदेशे को मजबूती मिल रही है कि तेजस्वी यादव भलें हीं एक युवा नेता के तौर उभर रहे हों या फिर अपने राजनीतिक विरोधियों पर आक्रामक रहते हों लेकिन उनमें लालू वाली बात नजर नहीं आती। यह हम नहीं कह रहे बल्कि आरोप लगता रहा उनपर।

अब खगड़िया के पूर्व विधायक रणवीर यादव और उनकी पत्नी कृष्णा यादव का एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है जिसमें तेजस्वी यादव को लालू की तरह लोगों से संवाद स्थापित करने की नसीहत दी गयी है। वायरल मैसेज के मुताबिक रणवीर यादव ने यह संदेशा तेजस्वी यादव को भेजा है कि कांग्रेस पप्पू यादव के इशारे पर लालू जी का जनाधार निगलना चाहती है। वो समझ रही है कि लालू जी की अनुपस्थिति में ऐसा अवसर फिर नहीं मिलेगा। इसके लिए कांग्रेस पप्पू यादव को आगे बढ़ा रही है। खगड़िया सहित कोसी, सीमांचल में लगभग 42 विधानसभा सीट है। उसकी लड़ाई के लिए उस इलाके में रणवीर यादव और कृष्णा यादव के सिवाय कोई दूसरा सेनापति नहीं है जो पप्पू को रोके। इसके लिए खगड़िया सीट अपने पास रखकर कृष्णा जी को लड़ाईए जब ये जीतेंगी तब देखिएगा 42 सीट पर कैसी तैयारी होती है। अगर वहां कमजोर रहिएगा तो किसी हाल में 2020 के विधानसभा चुनाव में मजबूत नहीं बन पाइएगा। आप इतिहास देख लीजिए जब उस इलाके में राजद कमजोर हुई तो सत्ता सरकार चली गयी।

आपको कमजोर करना चाहते है। इसके लिए मुझे यानि कृष्णा यादव को कमजोर करना चाहते हैं। इसके लिए आपको फोन लगाया था लेकिन बात नहीं हुई। आपको यह बता दें कि नेतृत्व और समर्थक में संवादहीनता नहीं होनी चाहिए। संवादहीनता से असंतोष उत्पन्न होता है।लालू जी आमजन से संवाद के बल पर लालू बने हैं। इसका ख्याल रखें। यह मेरा सुझाव है खगड़िया सीट के लिए कोई संशय नहीं रखें। वैसे दो महीने से कान पक गया कभी कोई तो कभी मुकेश सहनी। यह भूल न करें। यानि साफ तौर पर इस मैसेज के जरिए रणवीर यादव ने कथित रूप से खगड़िया की सीट अपनी पत्नी कृष्णा यादव के लिए तेजस्वी यादव से मांगी है। दावा है कि कांग्रेस सीमांचल में राजद को कमजोर करना चाहती है और लालू यादव की अनुपस्थिति को उसने सही मौका चुना है इसलिए कांग्रेस की इस साजिश को रोकना है तो रणवीर यादव और कृष्णा यादव को मजबूत करना होगा यानि खगड़िया सीट से कृष्णा यादव को टिकट देना होगा। इस मैसेज में तेजस्वी यादव पर सधे शब्दों में हमला भी किया गया है कि बातचीत के लिए हमने आपको फोन किया लेकिन आपसे बात नहीं हो पायी, और यह संवादहीनता असंतोष बढ़ा सकती है।

सिटी पोस्ट लाइव इस वायरल मैसेज की सत्यता की पुष्टि नहीं करता लेकिन अगर इस संदेश में सच्चाई है तो तेजस्वी यादव पर एक तरह से आमलोगों और कार्यकर्ताओं से संवादहीनता का आरोप लगाया गया है और उन्हें एक बड़े खतरे से आगाह किया गया है। खतरा यह कि कांग्रेस सीमांचल में पप्पू यादव को आगे बढ़ा कर लालू का जनाधार निगलना चाहती है। जिस कृष्णा यादव के लिए खगड़िया की सीट तेजस्वी यादव से डिमांड की जा रही है उनको लेकर भी एक संदेश वायरल है जिसमें उनसे जुड़ी तमाम जानकारी दी गयी है। सिटी पोस्ट लाइव इस वायरल मैसेज और उसमें दी गयी जानकारी की सत्यता की पुष्टि भी नहीं करता लेकिन वो मैसेज इस प्रकार हैः-

कृष्णा कुमारी यादव का परिचय

1. भारतीय खेल प्राधिकार भारत सरकार खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय एथलीट रहीं है । राष्ट्रीय स्तर पर कई स्वर्ण पदक इनके नाम है । ये संयुक्त बिहार- झारखंड के 400मी०, 800मी०,1500मी०, दौड़ इवेंट की खिलाड़ी रही हैं ।

2. इनकी शिक्षा इंटर स्तर तक भारत सरकार के स्टायपन पर राँची में अर्जित कर बीए वी एन मंडल विश्विद्यालय और एम ए मगध विश्विद्यालय से की है ।

3. इनकी राजनीतिक सफर बहन पूनम देवी यादव सदर विधायक खगड़िया के वर्ष 1998 की लोकसभा चुनाव से आरंभ हुआ । एक कार्यकर्ता के रूप में ( जब पूनम देवी यादव जनता दल के प्रत्यासी के रूप में चुनाव मैदान में थी )

4. उसके उपरांत कृष्णा अपने परिवार के सभी राजनीतिक-सामाजिक कार्य का बतौर प्रबंधन करने लगी ।

5. कहा यह भी जाता है कि अबतक के चार चुनाव में जीत पूनम यादव का चुनावी प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी कृष्णा कृष्णा के हाथ में रहा है । चाहे प्रचार कौन कहाँ करेगा और चुनाव के दिन वोटर लिस्ट किसे मिलेगा ।

6. 2009 के लोकसभा चुनाव में कृष्णा की लड़ने कि चर्चा थी । लेकिन राजनीतिक विवशता बहन पूनम देवी यादव जद यू में रहने के कारण अंतिम समय में फैसला बदल गया ।

7. 2011 में जिला परिषद चुनाव में पूरे प्रदेश में सर्वाधिक मत से जीत हासिल कर खगड़िया जिला परिषद के निरविरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुयी ।

8. अपने कार्यकाल में जिला परिषद खगड़िया के द्वारा शानदार काम किया वर्षों से माध्यमिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया पूरा किया ।

9. अध्यक्ष के रूप में बिहार सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा कई परस्ती पत्र भी दिये गये हैं ।

10. 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इन्हें और इनके पति रणवीर यादव को फोन से बुलाकर राजद का खगड़िया लोकसभा प्रत्याशी बनाया था ।

11. कहा जाता है कि कृष्णा 2014 में लोकसभा जाते जाते चूंक गयी । चूँकि तत्कालीन सांसद दिनेश चंद्र यादव सहित माकपा और आप पार्टी के यादव उम्मीदवार तीनों इनके वोटरों में सेंधमारी किया । राजग एनडीए के तरफ से मुस्लिम चेहरा होने से समीकरण का खेल बिगड़ गया । जिसके कारण द्वितीय स्थान पर 2,38,480 दो लाख अड़तीस हजार चार सौ अस्सी मत लगभग 69000 उनहत्तर हजार मत से पिछड़ गयी ।

12. 2014 के चुनाव परिणाम के बाद वे सदन नहीं जा सकी पर क्षेत्र के सड़क में आम और खास के लिए दिखी जिसके कारण हवा इनके पक्ष में है ।

13. इसवार के चुनाव में मोदी लहर भी कम है फलस्वरूप कृष्णा कुमारी यादव के सामने कोई भी प्रत्यशी हो चुनाव आसान नहीं होगा ।

-sponsored-

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.